Heat Wave Alert: भीषण गर्मी से बचाव को लेकर केंद्र के निर्देश, सार्वजनिक आयोजनों में पानी अनिवार्य
Summer Heat Warning: भारत में भीषण गर्मी को देखते हुए केंद्र सरकार ने सार्वजनिक आयोजनों में हर व्यक्ति के लिए दो लीटर पानी अनिवार्य कर दिया है। यह नियम जुलाई तक लागू रहेगा। यूपी के कई जिलों में लू जैसे हालात बन चुके हैं, जिससे बचाव के लिए मेडिकल टीम और पानी के स्टॉल अनिवार्य किए गए हैं।
Heat Wave Tips: देश में बढ़ती गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। अब सार्वजनिक आयोजनों में प्रत्येक व्यक्ति के लिए दो लीटर पानी अनिवार्य किया गया है। यह नियम जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा। साथ ही, बड़े आयोजनों में मेडिकल टीमों की तैनाती भी अनिवार्य कर दी गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
केंद्र सरकार ने मौसम विभाग की भीषण गर्मी की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए यह निर्देश जारी किए हैं। इस वर्ष अप्रैल से जून तक अत्यधिक गर्मी और लू चलने की संभावना जताई गई है। इसे ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक कार्यक्रमों में हर 500 व्यक्तियों पर एक पानी का स्टॉल अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन आयोजनों में छांव, ठंडी हवा की व्यवस्था और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो।
यूपी में बढ़ा तापमान, कई जिलों में लू जैसे हालात
उत्तर प्रदेश के कानपुर, प्रयागराज, झाँसी, हमीरपुर, वाराणसी और आगरा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच चुका है।
कानपुर और प्रयागराज में तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया है।
झाँसी और हमीरपुर में भी गर्मी ने 41 डिग्री का आंकड़ा पार कर लिया है।
लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में तापमान 39-40 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो सप्ताह में तापमान और बढ़ सकता है और कई स्थानों पर लू चलने की संभावना जताई गई है।
गर्मी में सुरक्षा के लिए प्रशासन ने जारी किए निर्देश
उत्तर प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारियों और स्थानीय प्रशासन को केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। गर्मी को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित उपाय किए गए हैं:
सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में शीतल पेयजल और छांव की अनिवार्य व्यवस्था।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में अस्थायी मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे।
सार्वजनिक स्थलों पर हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
स्कूलों और कॉलेजों में समय परिवर्तन पर विचार किया जा रहा है ताकि छात्र भीषण गर्मी में बाहर न निकलें।
स्वास्थ्य विभाग ने भीषण गर्मी से बचाव के लिए जनता को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
घर से निकलने से पहले पर्याप्त पानी पिएं और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच धूप में जाने से बचें।
अत्यधिक गर्मी में बाहर निकलते समय सिर ढककर रखें और छाता या टोपी का प्रयोग करें।
गर्मी के कारण चक्कर, सिरदर्द या थकान महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
अत्यधिक गर्मी से उत्पन्न खतरे
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस साल तापमान रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकता है। अत्यधिक गर्मी से हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, उल्टी और चक्कर आने की समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि शारीरिक श्रम करने वाले, किसान, यातायात पुलिस और खुले स्थानों में काम करने वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
भीषण गर्मी और लू को देखते हुए केंद्र सरकार ने सार्वजनिक आयोजनों में पर्याप्त पेयजल और मेडिकल सहायता की व्यवस्था अनिवार्य कर दी है। यूपी सरकार ने भी हीट वेव से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जनता को भीषण गर्मी से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
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