होली के दिन लखनऊ में जुमे की नमाज: समय परिवर्तन और प्रशासनिक एहतियात
धर्म के नाम पर जहर घोलने वालों के लिए करारा तमाचा
आज के समय में जब कुछ लोग धर्म के नाम पर समाज में जहर घोलने का काम करते हैं, तब लखनऊ के निवासियों ने उन्हें करारा जवाब दिया है। यह नजारा यह बताने के लिए काफी है कि असली भारत नफरत से नहीं, बल्कि प्रेम, सद्भाव और भाईचारे से चलता है। इस दौरान स्थानीय निवासी सौरभ मिश्रा ने कहा, “हमारा भारत इसी तरह से एकता में बंधा रहेगा। यहां हिंदू-मुस्लिम एकता को कोई भी तोड़ नहीं सकता।”रमजान के दौरान चांदी के फ्रेम की मांग में उछाल: सर्राफा बाजारों में रौनक
वहीं, मोहम्मद फहीम नामक व्यक्ति ने कहा,”आज के दिन हम सबको मिलकर यह साबित करना चाहिए कि धर्म सिर्फ जोड़ने के लिए होता है, तोड़ने के लिए नहीं।” इस घटना ने यह साफ कर दिया कि लखनऊ में लोग धर्म से पहले इंसानियत को मानते हैं और नफरत की राजनीति करने वालों को करारा जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान
भारत में सदियों से सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान करते आए हैं। होली के इस मौके पर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं देकर इसे और मजबूत किया।खुशखबरी,खाली खेतों में मेंथा की रोपाई करें किसान, जानें फायदे
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
यह पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई लोगों ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि यही असली भारत है, जहां हर धर्म के लोग मिल-जुलकर रहते हैं।- ट्विटर पर @AmitSharma ने लिखा,”लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब को सलाम! यह दृश्य हर भारतीय के दिल को गर्व से भर देता है।”
- वहीं, @SanaKhan ने लिखा,“जब लोग नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं, तब लखनऊ भाईचारे की मिसाल पेश करता है।”
- इस वीडियो पर हजारों लाइक्स और शेयर आ चुके हैं, जिससे यह साफ होता है कि लोग अब नफरत की राजनीति को नकार रहे हैं और प्रेम, भाईचारे और एकता को अपना रहे हैं।

प्रशासन भी रहा सतर्क
होली और रमजान एक साथ पड़ने के कारण प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस बल लगातार निगरानी कर रहा था, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। एसपी लखनऊ संजय कुमार ने बताया,”हमारी टीम पूरी सतर्कता से स्थिति पर नजर बनाए हुए थी। हमें खुशी है कि लोगों ने सौहार्द और प्रेम का संदेश दिया।”लखनऊ में होली महोत्सव 2025: परंपरा, उत्साह और सामुदायिक समन्वय का संगम,जानें कहा से निकलेगी बारात
लखनऊ ने फिर दिखाया भाईचारे का संदेश
लखनऊ का यह दृश्य पूरे देश के लिए एक सीख है कि धर्म हमें जोड़ने के लिए बना है, न कि तोड़ने के लिए। हिंदू-मुस्लिम एकता का यह नजारा यह साबित करता है कि भारत की असली पहचान उसकी गंगा-जमुनी तहजीब में ही बसती है।लखनऊ के निवासियों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है।