यूपी से चार छात्र टॉप-100 में
लखनऊ के मुक्तेश के अलावा, अनंत चौरसिया को 44वीं रैंक, आयुष गौतम को 53वीं और तन्मय जग्गा को 74वीं रैंक मिली है। ये सभी छात्र प्रदेश के विभिन्न शहरों से हैं और इन्होंने कठिन प्रतिस्पर्धा के बीच टॉप-100 में स्थान बना कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। इसके बावजूद प्रदेश का कोई भी छात्र टॉप-20 में स्थान नहीं बना पाया, जो चिंता का विषय बना हुआ है।
प्रदेश में बड़ी संख्या में छात्रों ने दी परीक्षा
इस वर्ष 4 मई को आयोजित हुई NEET UG 2025 परीक्षा में उत्तर प्रदेश के 744 केंद्रों पर कुल 3,33,088 छात्रों ने भाग लिया था। इनमें से 1,70,684 छात्र परीक्षा में सफल घोषित किए गए हैं। सफलता दर संतोषजनक रही, लेकिन शीर्ष रैंकिंग में उत्तर प्रदेश की भागीदारी सीमित रही।
महिला व विशेष श्रेणी का प्रदर्शन
रिजल्ट विश्लेषण से यह भी सामने आया है कि महिला वर्ग से भी कोई छात्रा टॉप-20 में स्थान नहीं बना सकी। न ही एससी/एसटी वर्ग से कोई भी छात्र टॉप-20 रैंक में शामिल हुआ है। इससे विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं कि क्या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए राज्य में विशेष प्रशिक्षण व मार्गदर्शन की जरूरत है। ऑल इंडिया टॉपर बना राजस्थान का महेश केसवानी
देशभर में पहला स्थान राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के महेश केसवानी ने प्राप्त किया है। उन्हें 720 में से 686 अंक मिले हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि महेश का उत्तर प्रदेश से भी जुड़ाव रहा है। उन्होंने पिछले तीन वर्षों से आगरा में रहकर नीट की तैयारी की थी। उनके माता-पिता हनुमानगढ़ के पीलीबंगा क्षेत्र में सरकारी शिक्षक हैं। महेश की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि निरंतर अभ्यास और सही मार्गदर्शन से कोई भी छात्र उच्च स्थान प्राप्त कर सकता है।
वेबसाइट पर ऐसे देखें परिणाम
छात्र NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लॉग इन करके अपना स्कोर कार्ड देख सकते हैं। इसके अलावा online भी परिणाम उपलब्ध हैं। छात्रों को अपने आवेदन संख्या और जन्मतिथि के माध्यम से लॉग इन करना होगा। काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
NEET UG स्कोर के आधार पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) देशभर के मेडिकल कॉलेजों में MBBS, BDS और अन्य अंडरग्रेजुएट कोर्सों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग आयोजित करेगी। इसमें 15% सीटों के लिए अखिल भारतीय कोटा (AIQ) के तहत प्रवेश प्रक्रिया होगी जबकि बाकी 85% सीटें राज्य सरकार की काउंसलिंग के जरिए भरी जाएंगी। NTA ने कहा है कि जल्द ही काउंसलिंग का विस्तृत कार्यक्रम MCC की वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।
टॉपर्स के अनुभव
लखनऊ के टॉपर मुक्तेश ने बताया कि उन्होंने नियमित रूप से छह से आठ घंटे की पढ़ाई की और कोचिंग के साथ-साथ सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता दी। अनंत चौरसिया ने कहा कि मॉक टेस्ट और पिछली परीक्षाओं के पेपरों का अभ्यास उनकी सफलता की कुंजी रही। वहीं तन्मय जग्गा ने अपने शिक्षकों और माता-पिता का विशेष आभार जताया।
शैक्षिक विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के छात्रों की संख्या तो अधिक है लेकिन प्रतिस्पर्धा के अनुरूप तैयारी में अभी भी कमी है। उन्हें उचित मार्गदर्शन, संसाधनों और समय प्रबंधन की विशेष आवश्यकता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को इंटरनेट, डिजिटल क्लास और पुस्तक सामग्री तक सीमित पहुंच से भी नुकसान हो रहा है।