‘सरकार कानून बनाने से पहले मुस्लिम समाज से नहीं कर रही बात’
मीडिया से बातचीत में मुस्लिम लीग के संयुक्त सचिव मौलाना कौसर हयात खान ने कहा कि
यूसीसी के जरिए मुसलमानों के मामलों में दखल देकर हिन्दू लॉ थोपने चाहते हैं। जबरदस्ती का यह तरीका हम कतई पसंद नहीं करते हैं। भारत के 30-35 करोड़ मुसलमान इसके खिलाफ हैं। सरकार कानून बना रही है लेकिन मुस्लिम समाज से बात तक नहीं कर रही है।
सरकार जबरदस्ती करेगी तो आंदोलन होगा
यूसीसी का विरोध पहले से ही किया जाता रहा है। अगर सरकार जबरदस्ती करेगी तो फिर इसके खिलाफ आंदोलन होगा। महाकुंभ की धर्म संसद पर कहा कि वो महाकुंभ में धर्म संसद कर रहे हैं, किसी मुसलमान ने इसका विरोध नहीं किया। वो मंदिरों में पूजा करते हैं, कोई विरोध नहीं करता है। सनातन बोर्ड भी बनाए किसी मुसलमान को कोई आपत्ति नहीं है।
संयुक्त सचिव ने आगे कहा कि
वफ्फ बोर्ड (
Waqf Amendment Bill) से सरकार का क्या मतलब है। हमारी संपत्ति है, हम वक्फ को दे सकते हैं। मुसलमानों के खिलाफ एक अभियान चल रहा है। यूसीसी इसका एक हिस्सा है। यह देश के लिए अच्छा नहीं है। इसकी हम घोर निंदा करते हैं।