उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में बीते 24 घंटों में तेज बारिश, तूफान और ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी। गोरखपुर में 74 मिमी बारिश, जबकि मेरठ-बागपत में जमकर ओले गिरे। नोएडा, मेरठ और एटा में तेज हवाओं ने पेड़, खंभे और होर्डिंग उखाड़ दिए। नोएडा में हवा की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।
नोएडा में ग्रिल गिरने से नानी-नाती की मौत
नोएडा में 21वीं मंजिल से गिरी ग्रिल ने दिल दहला दिया। नीचे खड़ी नानी और नाती पर ग्रिल गिरने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नानी की गर्दन कटकर अलग हो गई।
गोरखपुर में कई जगहों पर भरा पानी
गोरखपुर में बारिश से सड़कें नदी बन गईं। कॉलोनियों और अस्पतालों में पानी घुस गया। जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। फिरोजाबाद में तेज आंधी के दौरान उड़कर आया टिनशेड एक महिला की गर्दन पर आ गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
झांसी में तूफान से 150 तोतों की मौत
झांसी के गुरसरांय क्षेत्र में तूफान इतना भयावह था कि बमोर गांव में करीब 150 तोते मारे गए। पक्षी भी इस कहर से नहीं बच सके।
बदायूं में घूर में लगी आग, तीन गांव खाक
बदायूं में ट्रांसफॉर्मर से निकली चिंगारी ने घूर (कूड़े के ढेर) में आग लगा दी। तेज आंधी के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और तीन गांवों में 200 से ज्यादा घर जलकर राख हो गए। साथ ही, 100 मवेशियों की मौत की भी खबर है।
39 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए 39 जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। लखनऊ मौसम केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से यह मौसम बदला है। अगले 3-4 दिन में कुछ राहत के बाद पारा फिर 47 डिग्री तक पहुंच सकता है।
2009 के बाद पहली बार समय से पहले पहुंचने के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों में केरल पहुंच सकता है। यह अगर तय तारीख 27 मई से पहले पहुंचता है, तो 2009 के बाद पहली बार समय से पूर्व मानसून दस्तक देगा।
इन जिलों में हुईं मौतें
कासगंज-5, मेरठ- 4, बुलंदशहर-3, गाजियाबाद-3, लखीमपुर-3, नोएडा-3, इटावा-3, सहारनपुर, सोनभद्र, कुशीनगर, फतेहपुर, अलीगढ़ और झांसी में 2-2 मौतें हुईं। वहीं बदायूं, बागपत, फिरोजाबाद, गोरखपुर, औरैया, हाथरस, अमरोहा, अयोध्या, अमेठी में 1-1 मौत हुई।
बारिश से बचने के लिए खड़े थे आप नेता
आम आदमी पार्टी के नेता मनीष शर्मा की मौत बिल्डिंग की दीवार गिरने से हुई। वह बारिश से बचने के लिए आड़ में खड़े थे। मलबे में दबने से मौके पर ही जान गई।
21 दिन पहले हुई थी शादी, पत्नी बेसुध
मनीष शर्मा की 21 दिन पहले ही शादी हुई थी। हादसे की सूचना मिलते ही पत्नी बेहोश हो गई। मनीष पूर्व में सपा में यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष रहे और 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश में आसमान से गिरा कहर अब भी जारी है। प्रशासन ने सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है और आपात टीमों को तैनात किया गया है। लोग फिलहाल घरों से बाहर निकलने से बचें और सतर्क रहें।