भाजपा की नई रणनीति
भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने जिला और महानगर अध्यक्ष की घोषणा के संबंध में विस्तृत आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि जिला चुनाव अधिकारी रविवार को दोपहर दो बजे सभी जिलों में एक साथ जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा करेंगे। लखनऊ गाजियाबाद को छोड़कर सभी जिलों में दोपहर दो बजे एक कार्यक्रम होगा। इसमें जिला पदाधिकारी, वरिष्ठ मोर्चा पदाधिकारी, जिले में रहने वाले राष्ट्रीय, प्रदेश और क्षेत्र के पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष व जिला प्रतिनिधी, पर्यवेक्षक, जिला चुनाव अधिकारी, वरिष्ठ पदाधिकारी और मंत्रीगण शामिल रहेंगे। वर्तमान और निवर्तमान जिला अध्यक्ष भी आमंत्रित रहेंगे। डॉ. पांडेय ने आदेश दिए हैं कि मौजूदा और पूर्व अध्यक्षों की उपस्थिति में ही घोषणा की जाए।
तकरीबन 70-75 जिलों में घोषित किए जाएंगे नाम
सूत्रों का दावा है कि आज होने कार्यक्रमों में भी सभी जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा नहीं होगी। आपसी विवाद को देखते हुए एक दर्जन से अधिक जिलों के अध्यक्षों की घोषणा बाद में की जाएगी। इस प्रकार भाजपा के संगठनात्मक 98 में से 80 से अधिक जिलों की घोषणा ही हो पाएगी।
नए अध्यक्षों को पहले ही पता चल जाएगा
नए जिला और शहर अध्यक्षों के नामों की घोषणा भले ही कार्यक्रम में होगी, लेकिन उनको पहले ही बता दिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश भाजपा कार्यालय से लोगों को पहले ही फोन या वॉट्सऐप से जानकारी दे दी जाएगी। ताकि वे अनिवार्य तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित रहें। भाजपा के नए फॉर्मूले पर टिकीं निगाहें
प्रत्येक जिले में बैठकर कर जिला और महानगर अध्यक्ष के नामों की घोषणा का प्रयोग भाजपा पहली बार कर रही है। इसके पहले तक एक साथ सूची जारी की जाती थी। यह प्रयोग कितना सफल रहेगा यह तो आने वाला भविष्य ही बताएगा। हालांकि, इस तरह से नामों की घोषणा की वजह से कुछ जिलों में पार्टी के भीतर लोगों में असंतोष और विरोध की घटनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। सूत्र बड़े पैमाने पर फेरबदल की तरफ इशारा कर रहे हैं।