रात्रिकालीन बस सेवा पर परिवहन निगम का निर्देश
कम यात्री होंगे तो बस सेवा रद्द: यदि बस में 20 से कम यात्री होंगे, तो उसे रूट पर नहीं भेजा जाएगा। यात्रियों को दूसरी बसों में समायोजित किया जाएगा।यात्रियों को असुविधा न हो
.आदेश में स्पष्ट किया गया है कि बस अड्डों पर यात्रियों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।.बस संचालन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
.परिवहन निगम ने बस संचालन की गुणवत्ता सुधारने के लिए सभी रीजन को सख्त निर्देश दिए हैं:
तकनीकी फिटनेस सुनिश्चित करें
फॉग लाइट, वाइपर, और विंडो ग्लास की विशेष चेकिंग।केवल तकनीकी रूप से फिट बसों को ही रूट पर भेजा जाए। सफाई और मेंटेनेंस
बसों की नियमित सफाई।
मेंटेनेंस के सभी मानकों का पालन।
सुरक्षित ड्राइविंग
चालक और परिचालक की काउंसिलिंग।सुरक्षित ड्राइविंग सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय। यात्रियों की सुविधाओं पर जोर: परिवहन निगम ने यात्रियों की सुविधा के लिए इन कदमों पर जोर दिया है:
बस अड्डों पर सुविधाएं
यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम। रास्ते में यात्रियों को उठाना: मार्ग पर मिलने वाले यात्रियों के लिए बस रोकी जाए।समय पर सूचना
बस के संचालन में देरी की स्थिति में यात्रियों को पहले से सूचित किया जाए।इस फैसले का उद्देश्य न केवल आर्थिक नुकसान को रोकना है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को भी प्राथमिकता देना है। कम यात्री संख्या के कारण रात्रिकालीन बस सेवाएं घाटे में जा रही थीं। नए नियमों से बस संचालन अधिक व्यवस्थित और लाभकारी हो सकेगा।