CG Monsoon 2025: करोड़ रुपए ऋण वितरण का लक्ष्य
जिले में एक अप्रैल से खरीफ सीजन के लिए ऋण वितरण किया जा रहा है।
किसान खेती के लिए खाद, बीज और अन्य रसायनिक दवाओं के लिए प्रतिवर्ष समितियों व बैंक के माध्यम से ऋण लेते हैं। शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर अल्प अवधि के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाता है। पिछले साल 434 करोड़ ऋण वितरण का लक्ष्य था और 426 करोड़ रुपए का ऋण वितरण हो पाया था। लक्ष्य से कम ऋण वितरण हुआ था।
इस वर्ष भी सहकारी बैंक को उम्मीद है कि लक्ष्य से ज्यादा ऋण वितरण होगा। समितियों में किसान पहुंच रहे हैं। खरीफ सीजन के लिए ऋण का वितरण 30 सितंबर तक किया जाएगा।
किसानों के पास अभी दो महीने का समय है। अल्पकालीन ऋण वितरण की वसूली धान खरीदी के माध्यम से की जाती है। नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा ने बताया कि एक अप्रैल से ऋण वितरण किया जा रहा है। जिले में अब तक 287.50 करोड़ ऋण वितरण किया जा चुका है।
एक लाख 57 हजार पंजीकृत किसान
जिले में धान की फसल लेने वाले एक लाख 57 हजार किसान पंजीकृत हैं। प्रतिवर्ष किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस तरह ऋण लेने वाले किसानों की संख्या में भी प्रतिवर्ष इजाफा हो रहा है। 2024–25 में लगभग 82 हजार किसानों ने ऋण लिया था।
27 करोड़ की वसूली
रबी सीजन में शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर 38 करोड़ रुपए ऋण वितरण किया गया था और अब तक 27 कराड़ रुपए ऋण की वसूली हो गई है। 70 प्रतिशत ऋण की वसूली की जा चुकी है। जिन किसानाें ने ऋण का भुगतान नहीं किया है, उनसे राशि का भुगतान करने की अपील की जा रही है। बैंकों में चहल-पहल
जि ला सहकारी बैंक में इन दिनों
किसानों की भीड़ उमड़ रही है। पैसा निकालने के लिए प्रतिदिन कतार लग रही है। किसानों का पैसा सहकारी बैंक के खाते में ही आता है, खरीफ फसल लेने के लिए किसान पैसा निकालने भी बैंक पहुंच रहे हैं। किसान खाद व बीज के लिए ऋण लेते हैं।