CG Monsoon 2025: 13 दिन पहले ही बस्तर पहुंचा मानसून, बारिश का ऑरेंज-यलो अलर्ट जारी… देखें Photos
CG Monsoon 2025: नौतपा में गर्मी कम, बारिश ज्यादा
मौसम के मिजाज को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि इस बार मानसून से पिछले साल से जल्दी आएगा। मानसून की धीमी रफ्तार के कारण मौसम में फिर बदलाव आ गया है। अब तेज धूप पड़ रही है। उसमभरी गर्मी से लोग हलाकान हैं। फिलहाल, किसानों को मानसून आने का इंतजार है। क्योंकि, खेती-किसानी रुक गई है।बांधों में कम पानी
इस साल नौ दिन का नौतपा बारिश में ही निकल गया। दो दिन ही गर्मी पड़ी। अमूमन देखा जाए तो नौतपा में गर्मी ज्यादा पड़ती है। एक-दो दिन मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। लेकिन इस बार बारिश में ही नौतपा निकल गया। लोगों को गर्मी का ज्यादा एहसास भी नहीं हुआ।जिले के जलाशयों की स्थिति ठीक नहीं है। कोड़ार और केशवा जलाशय में पांच-छह फीट की पानी बचा है। बांधों को भी मानसूनी बारिश का इंतजार है। इधर, हफ्तेभर तक रुक-रुककर हुई बारिश से वाटर लेवल में कुछ सुधार आया है। बंद पड़े नलकूपों में पानी आने लगा है। हालांकि, इतनी बारिश पर्याप्त नहीं है। तालाब भी सूखे पड़े हैं। नदी-नालों में भी पानी नहीं है।
2 लाख 59 हैक्टर में ली जानी है फसल
जिले में खरीफ की फसल दो लाख 59 हेक्टेयर में लेने का लक्ष्य तैयार किया गया है। इसमें धान की फसल 2 लाख 46 हजार हेक्टेयर में ली जाएगी। इस बार दलहन और तिलहन की फसलों को लेने के लिए भी जोर दिया जा रहा है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एसके वर्मा ने बताया कि किसान खरीफ फसल की बोआई के पूर्व मिट्टी पलट हल का प्रयोग करें। उन्नत किस्म के बीज का प्रयोग करें।ग्रीष्मकालीन उड़द व मूंग फसल तैयार हो जाने पर उसकी कटाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मानसून की एंट्री अभी महासमुंद में नहीं हुई है। अगले सप्ताह मानसून आ सकता है। इधर, किसान खाद व बीज के लिए मशक्कत कर रहे हैं। डीएपी खाद किसानों को उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।