क्या है मामला
दरअसल, करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर आरोप लगा था कि उनके साथियों ने शराब ठेके पर पहुंचकर कर्मचारियों से एक लाख रुपए महीना फिरौती की मांग की थी। मना करने मारपीट के साथ जातिसूचक गालियां दी गई। जिसके बाद एससी-एसटी एक्ट में फिरौती और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ। यह घटना 26 जून को भावगढ़ थाना क्षेत्र के बेहपुर गांव की है। फिर गुरुवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद मंदसौर कोर्ट ने जीवन सिंह शेरपुर को गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था।
जीवन सिंह बोले- एफआईआर हटाओ…
जीवन सिंह शेरपुर ने समर्थकों को संबोधित करते हुए पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर एफआईआर नहीं हटाई गई और पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया तो वह अपने समर्थकों के साथ नहीं हटेंगे। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर उन्हें अपराधी घोषित करने में लगा हुआ है। पुलिस के द्वारा झूठे मुकदमे दायर किए जा रहे हैं। मेरे पक्ष से पुलिस को कोई मतलब नहीं है। वह सिर्फ एक पक्ष देखकर एक तरफा कार्रवाई कर रहे हैं।
पुलिस और करणी सैनिकों के बीच झूमाझटकी शुरु
मौके पर एसपी अभिषेक आनंद कार्यालय पहुंच गए। पुलिस ने करणी सेना प्रमुख और समर्थकों से कहा कि कानून का पालन करना हमारी जवाबदारी है। कोर्ट ने आपके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। जिसके चलते आपको गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद पुलिस और समर्थकों के बीच झूमाझटकी शुरू हो गई।