बहन के मोबाइल पर फिरौती मांगी
मैसेज में लिखा कि रुपये का इंतजाम कर दो, नहीं तो तेरा बेटा जिंदगी से चला जाएगा। मंगलवार सुबह दस बजे मैं फिरौती की रकम और जगह बताऊंगा। इस मैसेज के आने पर परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी होते ही गोविंदनगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। एसपी सिटी डा. अरविंद कुमार, सीओ सिटी भूषण वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस, लोकल इंटेलीजेंस और सीडीआर निकलवाकर किशोर की तलाश में जुट गई। सीडीआर के माध्यम से पुलिस को उसके दोस्तों पर शक हुआ।
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस टीम ने मंगलवार तड़के गली बीस आना, अर्जुनपुरा, डीग गेट निवासी दो सगे भाई कुश व लव को हिरासत में ले लिया। पूछताछ की तो पहले तो गुमराह करते रहे। बाद में स्वीकार लिया कि उन्होंने तरुण की हत्या अपने साथी गणेश धाम कॉलोनी निवासी हर्ष और जाटव मोहल्ला, औरंगाबाद निवासी साहिल के साथ मिल कर की है। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर इनकी निशानदेही पर तरुण का शव हाइवे पर राजीव एकेडमी के पास नाले से बरामद किया।
पार्टी के बहाने बुलाया और मारकर नाले में फेंक आए
एसएसपी ने बताया कि चारों ने पूछताछ में बताया कि तरुण पैसे वाला था। उसका अपहरण कर पैसे वाले बनाने के लालच में उन्होंने सोमवार दोपहर तरुण को पार्टी देने के बहाने से बुलाया। शातिरों ने उसे पकड़ कर गिरा लिया। एक ने पैर, एक ने हाथ पकड़े, एक ने मुंह में कपड़ा ठूंस हर्ष के मफलर से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसके हाथ-पैर बांध शव को बोरे में रखने के बाद गत्ता के कार्टून में रखकर साहिल व लव बाइक से मसानी लिंक रोड होते हुए राजीव एकेडमी के पास नाले में फेंक आये।
चांदी कारोबारी हैं तरुण के पिता
पुलिस ने बताया कि मृतक किशोर तरुण के पिता योगेश कुमार चांदी की तोड़ियां बनाने का कारोबार करते थे। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक थी,जबकि आरोपियों के परिवार की आर्थिक स्थिति उसके परिवार जैसी नहीं थी। इन्होंने अमीर बनने के लिये तरुण के अपहरण की योजना बनाई थी ताकि अपहरण से रुपये मिलने पर वह पैसे वाले होकर मौज मस्ती करेंगे।
शातिर हैं युवक
पुलिस ने बताया कि युवक शातिर हैं। वे मुख्य मार्ग के बजाय सीसीटीवी से बचने के उद्देश्य से तरुण को बाइक पर बीच में बिठा सम्पर्क मार्ग होकर ले गये थे, लेकिन पुलिस की नजरों से नहीं बच सके। पुलिस ने बताया कि वे बाइक पर बैठाकर निवाड़ वाली गली से लियाकत पैलेस के सामने होते हुए वृंदावन रोड लाए थे। फिर आगे की गली के माध्यम से गुरुद्वारा गोकुल रेस्टोरेंट की ओर से महाविद्या में लव के मकान ले गये थे।
तलाश में परिजनों के साथ रहे दोस्त
पुलिस के अनुसार उसकी हत्या कर शव फैंकने के बाद शातिर पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखने के उद्देश्य से तरुण के घर आकर उनके परिवार वालों के साथ तलाश कराने का ढोंग करते रहे। सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा तलाश शुरु करने के बाद आरोपी युवक कुश पुलिस की जांच और लोकेशन के बारे में तरुण के परिजनों से पुलिस क्या कर रही है कहां है आदि की बार-बार जानकारी कर रहे थे। इससे थाना प्रभारी ने शक के आधार पर दोनों भाइयों को हिरासत में ले लिया था। 10वीं का छात्र था तरुण
परिजनों ने बताया कि तरुण कक्षा 10वीं का छात्र था। वह कान्हा माखन मिलेनियम स्कूल में पढ़ता था। वहीं इसके साथी 12 वीं के छात्र हैं। इनमें सगे भाई लव और कुश जवाहर इंटर कालेज में पढ़ते हैं। गोविंद नगर थाना प्रभारी निरीक्षक कमलेश सिंह ने बताया कि आरोपियों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।