क्या कहती है मंदिर प्रशासन की एडवाइजरी
भक्तों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने एक एडवाइजरी जारी की है। मंदिर प्रबंधन ने अपील की है कि भक्त वृंदावन आने से पहले भीड़ का आकलन कर लें, तब अपनी यात्रा की योजना बनाएं। पुलिस द्वारा निर्धारित वन-वे रूट का सख्ती से पालन करें। साथ ही, मंदिर परिसर में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से दी जाने वाली सूचनाओं को ध्यानपूर्वक सुनें। बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन के द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार, अक्षय तृतीया उत्सव पर मंदिर प्रबंधन, मंदिर पधारने वाले आप सभी भक्तों का स्वागत करता है। भीड़ को ध्यान में रखते हुए वृद्धजन, दिव्यांगजन, छोटे बच्चे, बीमार व्यक्ति तथा श्वास संबंधी मरीजों को न लाएं। वृंदावन यात्रा पर आने से पूर्व कृपया भीड़ व यात्रा मार्गों की अपडेट स्थिति का आकलन कर ही अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु, कृपया मंदिर प्रबंधन तथा पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित एकल मार्गीय रूट चार्ट व निर्देशों का पालन करें। सार्वजनिक प्रसारण प्रणाली के माध्यम से की जा रही घोषणाओं को ध्यानपूर्वक सुनें और उनका पालन करें। खाली पेट यात्रा न करें। अपने साथ पर्याप्त मात्रा में जल व आवश्यक दवाइयां अवश्य रखें। केवल पूर्ण रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही दर्शन के लिए पधारें। मंदिर आते समय श्रद्धालु किसी भी प्रकार के कीमती आभूषण या सामान साथ न लाएं।
एकल मार्ग से यात्रा करने का आग्रह
एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अनुरोध है कि मंदिर में प्रवेश एवं निकास के लिए केवल निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें। कृपया एकल मार्गीय व्यवस्था का पालन करते हुए शांतिपूर्वक दर्शन करें और दर्शन के उपरांत शीघ्र अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें, जिससे पीछे से आने वाले अन्य श्रद्धालुओं को भी सुगमता से दर्शन का लाभ मिल सके। मंदिर में अनावश्यक रूप से खड़े न रहें।
कहां उतारें जूते चप्पल?
मंदिर परिसर के पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। मंदिर में जूता-चप्पल पहनकर न आएं। जूता चप्पल रखने की व्यवस्था विद्यापीठ चौराहा, गौतम पाड़ा, जुगलघाट, जादौन कार पार्किंग, हरिनिकुंज चौराहा पर बनाए गए जूता घर में की गई है। इसलिए जूता चप्पल, निर्धारित जूता घर, होटल तथा गाड़ी में उतार कर आएं। इसके साथ ही एडवाइजरी में श्रद्धालुओं से कहा गया है कि जेबकतरों, चेनकतरों व मोबाइल चोरों से सतर्क और सावधान रहें। वृद्धों व बच्चों की जेब में नाम, पता और फोन नंबर की पर्ची अवश्य लिखकर रखें, ताकि किसी भी परिजन के बिछड़ने पर आपको सूचित किया जा सके।
4 जोन और 8 सेक्टरों में बंटा है क्षेत्र
वहीं, मथुरा के डीएम सीपी सिंह ने बताया कि बांके बिहारी दर्शन को भक्त अक्षय तृतीया पर आएंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र को 4 जोन और 8 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। भक्तों के स्वास्थ्य को देखते हुए मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया है।