कब किसे मिलेगा दर्शन?
25 मार्च से 30 मार्च तक चलने वाले प्रेमानंद जी महाराज के जन्मोत्सव के पहले दिन वृंदावन, गोवर्धन, मथुरा, बृज, बरसाना, आगरा और अलीगढ़ के शिष्य दर्शन करने आ सकेंगे। दूसरे दिन (26 मार्च) यूपी के शिष्य दर्शन के लिए आएंगे। तीसरे दिन (27 मार्च) दिल्ली, नोएडा, पंजाब और गुरुग्राम के शिष्य दर्शन करने पहुंचेंगे। चौथे दिन (28 मार्च) हरियाणा, केरल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, असम, तमिलनाडु, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और बिहार के शिष्य परिकर करेंगे दर्शन। पांचवे दिन (29 मार्च) महाराष्ट्र, झारखंड, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर समेत राजस्थान के शिष्य दर्शन कर सकेंगे। 30 मार्च को विरक्त परिकर उत्सव में शामिल होंगे।
विशेष आयोजन और समय-सारणी
03:00 – 04:15 प्रातः नाम संकीर्तन एवं सत्संग 05:30 – 06:30 प्रातः मंगल आरती, श्रीजी की झूला दर्शन एवं नाम संकीर्तन 06:30 – 08:30 प्रातः श्री हित चतुरासी जी पाठ 08:30 – 09:15 प्रातः श्रृंगार आरती एवं राधा नाम संकीर्तन
सायं कालीन सत्र: संध्या वाणी पाठ एवं नाम संकीर्तन
यह है प्रवेश की व्यवस्था
दर्शन के लिए निर्धारित दिन के अनुसार आने वाले भक्त प्रवेश द्वार संख्या – 1 (स्वामिनी कुंज) से ही प्रवेश करें। वहीं, अन्य दिनों में आने वाले शिष्यों की बैठक व्यवस्था प्रवेश द्वार संख्या – 2 (भक्ति वेदांत हॉस्पिटल के सामने वाली गली) से होगी।