उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से शिक्षक बेलगाम हो रहे हैं। आज के समय जो भी इनकी सच्चाई बताने की कोशिश कर रहा है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी को खुलकर लिखने और बोलने का अधिकार मिलना ही चाहिए। समस्या की उठाने के लिए पत्रकारों को खुल कर लिखने और बोलने की आजादी होनी चाहिए। जिले की शिक्षा व्यवस्था बेहद खराब है और मासूमों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।