जानिए पूरा मामला
गाजीपुर जनपद के मरदह निवासिनी कविता नौ माह की गर्भवती थी। उसका कहना था कि पांच जून को डिलेवरी का दिन था। महिला परिवार के साथ बढुआ गोदाम स्थित नर्स के घर पर स्थित निजी अस्पताल में गई, जहां नर्स ने गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगाया और कुछ दवाएं दिया था। लेकिन दवा और इंजेक्शन के बाद महिला की तबीयत खराब हो गई। परिजन उसे अन्य डॉक्टर के पास ले गए, जहां डाक्टर ने गर्भवती महिला के अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बच्चे की गर्भ में ही मौत की पुष्टि किया। ऑपरेशन करके मृत बच्चे को बाहर निकाला। परिजनों ने रविवार को नर्स के आवास पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। उधर इस बाबत सरायलखंसी थाने के प्रभारी शैलेश सिंह ने बताया कि उन्हें इस बाबत अभी तक किसी भी पक्ष से कोई तहरीर अथवा शिकायती पत्र नहीं मिला है।