घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमा हरकत में आया। पुलिस उपाधीक्षक शीतल प्रसाद पांडे, कोतवाल रविंद्र नाथ राय तथा चौकी प्रभारी कस्बा लाल साहब गौतम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। समय रहते हस्तक्षेप कर उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लिया और दोनों पक्षों को शांत कराया।
विवाद मृतक असलम (निवासी मोहल्ला हयात नगर) के दफन को लेकर हुआ था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में असलम का शव दफनाया गया। इसके पश्चात आपसी सहमति एवं समझौते के आधार पर निर्णय लिया गया कि 30 अप्रैल को दोनों पक्षों के पांच-पांच प्रतिनिधि तहसील में उपस्थित होंगे, जहां इस भूमि विवाद का स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
दोनों पक्षों द्वारा इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद स्थिति शांत हो गई और एक बड़ा सांप्रदायिक टकराव टला है।
वीडियो फुटेज में दिखा तनावपूर्ण मंजर – मुस्लिम पक्ष कर रहा था हमला, दलित पक्ष ने किया विरोध
घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि मुस्लिम पक्ष के दर्जनों लोग आक्रोशित होकर दौड़ते हुए हिंदू दलित समुदाय के लोगों पर हमला कर रहे हैं। जवाब में दलित पक्ष की ओर से भी ईंट-पत्थर चलाए जा रहे हैं। वीडियो में यह भी स्पष्ट रूप से नजर आता है कि दलित पक्ष के मकान पर नीले रंग का झंडा लहरा रहा है, जिससे उनकी पहचान और स्थिति की पुष्टि होती है।