BSA कार्यालय में मची है हलचल
इस प्रकरण में
रागिनी मिश्रा की तरफ से प्रतिक्रिया आने के बाद शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। मामला बढ़ता देख शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी जाँच कर कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं। इधर एक के बाद एक शिक्षक रागिनी मिश्रा की तरफ से ऐसे प्रतिक्रिया आ रही है, जिससे विभागीय अधिकारियों की जान हलक में अटक जा रही हैं। इस प्रकरण में शिक्षक रागिनी मिश्रा ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि रणवीरपुर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका बिना छुट्टी के किसी को कहीं जाने नहीं देती हैं। जब भी मुझे जरूरत पड़ी है तो मैंने छुट्टी लेकर अपना काम किया है। अगर तबीयत खराब होती है तो उस स्थिति में मेडिकल लेकर जाती हूँ। अगर मुझे कथा और विद्यालय के बीच में कोई एक काम चुनना पड़े तो ऐसे में मुझे कथा कहना पसंद है। उन्होंने आगे बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल दस्तावेज पूर्व में एडिटेड है। उसमें कई बार मेरे हस्ताक्षर को काटा गया है, किसी और के द्वारा रजिस्टर में मेरा हस्ताक्षर किया गया है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, इसके पहले भी हमारे विद्यालय में कभी रजिस्टर फाड़ दिया जाता है तो कभी हस्ताक्षर बदल दिए जाते हैं। ऐसा होता रहता है तो मुझे लगा कि इस बार भी वैसा ही कुछ हो रहा है।
शिक्षिका और कथा वाचक रागिनी मिश्रा ने कहा कि यह जांच का विषय है और इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। विभागीय अधिकारियों द्वारा जो जांच की जा रही है उस जांच के बाद अगर मैं गलत पाई गई तो मैं त्यागपत्र देने के लिए तैयार हूं। एक बात मैं साफ तौर पर बताना चाहती हूं कि मैं भविष्य में कभी भी कथा नहीं छोड़ पाऊंगी। राम कथा और कृष्ण कथा अनवरत जारी रहेगा।