तो नहीं लगती अस्पताल में आग
जिला अस्पताल में जब से फायर सिस्टम लगा है, तब से यह दूसरी बार आग लगी है। इससे एक साल पूर्व नई बिल्डिंग में आग लग चुकी है और अब पुरानी बिल्डिंग में। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी फायर सिस्टम काम नहीं कर रहा है, इस मामले में सिस्टम लगाने वाली कंपनी और अस्पताल के अधिकारियों की कार्यशैली की भी जांच होना चाहिए। जब फायर सिस्टम काम ही नहीं कर रहा तो भुगतान कैसे कर दिया, यह भी अहम सवाल है। पहले आग लगी तभी जिला प्रशासन ने कमेटी बनाकर जांच कराने की बात कही थी, अब फिर कमेटी बनाने की बात सामने आई लेकिन पहले की जांच आज तक पूरी नहीं हो सकी है, तो फिर इस जांच का क्या उम्मीद करें।कमेटी के द्वारा कराई जाएगी जांच
जिला अस्पताल में एक साल में दूसरी बार आग लगना और फायर सिस्टम का काम नहीं करना गंभीर मामला है। जब अस्पताल ेमें ऑटोमैटिक फायर सिस्टम लगा था, फिर काम क्यों नहीं किया, यह जांच का विषय है। कलेक्टर द्वारा कमेटी बनाई जा रही है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगी।