युवक-युवती ने भागकर की थी लव मैरिज
मुरैना के पोरसा के रहने वाले हरेन्द्र रावत ने दीप्ति (बदला हुआ नाम) से घर से भागकर लव मैरिज की थी। उसके बाद दीप्ति की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका लगाकर सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने तीन अप्रैल को एसपी मुरैना को दोनों को सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे। इसके बाद हरेन्द्र और दीप्ति पोरसा थाने पहुंचे थे जहां से कोर्ट के आदेश के चलते दीप्ति को वन स्टॉप सेंटर भेजा गया था। हरेन्द्र से पुलिस ने कहा था कि तुम वन स्टॉप सेंटर से दीप्ति को ले जाना। लेकिन जब हरेन्द्र वन स्टॉप सेंटर पहुंचा तो दीप्ति को उसके सुपुर्द नहीं किया गया। वो तीन दिनों तक चक्कर काटता रहा। ऑफिसर्स बनकर पहुंचे दो युवक
शनिवार को दीप्ति (बदला हुआ नाम) के परिजन उसे लेने के लिए वन स्टॉप सेंटर पहुंचे थे लेकिन उन्हें दीप्ति से मिलने नहीं दिया जा रहा था। इसी बीच दो अनजान युवक अंदर घुस गए जो खुद को मानव अधिकार आयोग का सदस्य बता रहे थे। इसे लेकर परिजन ने हंगामा कर दिया। हंगामे की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन दोनों युवकों को पूछताछ कर वहां से भगा दिया। इस बीच युवती की मां ने वन स्टॉप सेंटर की महिला पर पैसे लेने का आरोप लगाया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद आखिरकार शनिवार देर शाम कोर्ट के आदेश के अनुसार दीप्ति को हरेन्द्र के सुपुर्द किया गया। एडिशनल एसपी सुरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से दोनों को जिले की सीमा के बाहर तक छोड़ा गया है अब वो स्वतंत्र हैं जहां भी चाहें जा सकते हैं।