शिवसेना (UBT) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पूछा कि सरकार के पहले 100 दिनों में कौन-सी नई योजना लाई गई? किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए क्या किया गया? उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना (लाडली बहना योजना) को भी महज 500 रुपये तक सीमित कर दिया गया है, जबकि हमने महिलाओं को 3000 रुपये देने की बात कही थी। इस सरकार की गैंडे की खाल से भी मोटी चमड़ी है।
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने आगे कहा कि यह सरकार चुनाव आयोग के आशीर्वाद से सत्ता में आई है। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या होने के बावजूद उसे न्याय नहीं मिल पा रहा, तो आम जनता की उम्मीद क्या की जाए? ऐसी कौन सी मज़बूरी है?
अपने संबोधन में आदित्य ठाकरे ने सरकार की प्राथमिकताओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता की भलाई के बजाय ‘लाडला कॉन्ट्रॅक्टर’ योजना चला रही है, जिससे केवल चहेते ठेकेदारों को फायदा मिल रहा है। उन्होंने पूछा कि जब मुख्यमंत्री दावोस गए थे तो बड़ा निवेश लाने की बात कही थी, तो फिर राज्य की तिजोरी खाली क्यों है?
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि चुनाव न होते हुए भी किसानों को कर्जमाफी देने वाले एकमात्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं। महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सबसे कड़ा कानून लाने वाले भी उद्धव ठाकरे ही हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जाति, धर्म और क्षेत्रीय मुद्दों को हवा देकर लोगों का ध्यान असल समस्याओं से हटाया जा रहा है। मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।