कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट में एक भी मुस्लिम नेता को जगह नहीं दी, तो उन्हें मुस्लिम समुदाय के बारे में बोलने का क्या अधिकार है। अगर बीजेपी को मुस्लिम समुदाय के प्रति इतनी ही हमदर्दी है, तो उन्हें अपने दल का अध्यक्ष या आरएसएस का प्रमुख किसी मुस्लिम को बना देना चाहिए। पीएम मोदी द्वारा धर्म को लेकर ऐसी टिप्पणी करना उचित नहीं है।
बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार को हरियाणा के हिसार जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है। उन्होंने वक्फ कानून में बदलाव को लेकर कांग्रेस को घेरा। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की नीयत कभी किसी का भला करने की नहीं रही। मुसलमानों का भी भला नहीं किया। अगर उन्हें मुसलमानों की इतनी चिंता है, तो वे किसी मुसलमान को अपनी पार्टी का अध्यक्ष क्यों नहीं बनाते? कांग्रेस चुनाव में 50% टिकट मुसलमानों को क्यों नहीं देती? अगर वे जीतकर आएंगे तो अपनी बात रख पाएंगे। लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं करेगी। यही कांग्रेस की सच्चाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने देश में एससी, एसटी और ओबीसी को दूसरे दर्जे का नागरिक माना। जबकि कांग्रेस के नेता स्विमिंग पूल जैसी सुख-सुविधाओं का आनंद लेते थे, गांवों में हर 100 घरों में से केवल 16 घरों में ही पाइप से पानी की सुविधा थी और सबसे ज़्यादा प्रभावित एससी, एसटी और ओबीसी थे…आज जो गली-गली में जाकर भाषण झाड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ने मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्हें नुकसान ही पहुंचाया। कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का विकल्प चुना। बाकी समाज बेहाल रहा, अशिक्षित रहा, गरीब रहा। कांग्रेस की इस कुनीति का सबसे बड़ा प्रमाण वक्फ कानून है।”