अजित पवार ने कहा कि वह एक सामाजिक व्यक्ति हैं और जब कोई उन्हें शादी में आमंत्रित करता है, तो वह जहां तक संभव हो, उस शादी में शामिल होने की कोशिश करते हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर किसी शादी में उन्होंने शिरकत की, और बाद में उस घर में बहू को सताया गया या कुछ गलत हो गया, तो उसमें उनका क्या दोष है? उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अगर मैंने सच में कुछ गलत किया है, तो मुझे फांसी पर लटका दो। लेकिन सिर्फ इसलिए कि मैं शादी में गया था, मेरी बदनामी क्यों की जा रही?”
उन्होंने यह भी बताया कि जैसे ही उन्हें इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत पिंपरी-चिंचवड के पुलिस आयुक्त से संपर्क किया और कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अब तक मृतका की सास, ननद और पति को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि ससुर फरार है। उन्हें पकड़ने के लिए उन्होंने तीन नहीं बल्कि छह पुलिस टीमें भेजने का निर्देश दिया है और कहा है कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ कर लाया जाए।
अजित पवार ने यह भी बताया कि शादी के समय लड़की के पिता ने जब दूल्हे को गाड़ी की चाभी देने की बात कही थी, तो उन्होंने खुद यह पूछा था कि यह गाड़ी वह अपनी इच्छा से दे रहे हैं या किसी दबाव में। एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने यह भी कहा कि वे महिलाओं के हक में हमेशा खड़े रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडकी बहीन योजना की शुरुआत उन्हीं की अगुवाई में हुई। अगर मेरे खिलाफ कोई सबूत हो, तो वे किसी भी सजा के लिए तैयार हैं, लेकिन बिना किसी ठोस आधार के उन्हें इस तरह बदनाम करना गलत है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब हो कि पुणे पुलिस ने एनसीपी नेता के परिवार के तीन सदस्यों को अपनी बहू (वैष्णवी) को दहेज की मांग को लेकर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दहेज को लेकर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के बाद वैष्णवी ने पिंपरी-चिंचवड के बावधन इलाके में स्थित अपने ससुराल में 16 मई को कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अधिकारियों ने बताया कि वैष्णवी के पति शशांक, सास लता राजेंद्र हगवणे, ससुर राजेंद्र हगवणे, ननद करिश्मा और देवर सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और घरेलू हिंसा से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने पीड़िता के पति, सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि ससुर और देवर फरार हैं।
शिकायत में वैष्णवी के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि शादी के दौरान उन्होंने उसके पति के परिवार को 51 तोला (595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी दी थी, लेकिन ससुराल वाले उनकी बेटी को जमीन खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये और लाने का दबाव बना रहे थे। इसलिए उनकी बेटी को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पूरे प्रकरण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और न्यायिक जांच तथा पीड़ित परिवार के लिए शीघ्र न्याय की मांग की। उन्होंने कहा, यह घटना बेहद दुखद है। हगवणे परिवार मुलशी और पुणे में एक प्रमुख नाम है। उनके दादा ने कई दशकों तक पंचायत समिति में अच्छा काम किया था।