मुंबई पुलिस के मुताबिक, अपूर्वा मखीजा और आशीष चंचलानी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि यह शो स्क्रिप्टेड नहीं है। शो में जजों और प्रतिभागियों को खुलकर बात करने के लिए कहा जाता है। इंडियाज गॉट लैटेंट शो में जजों को कोई भुगतान नहीं किया जाता है।
उन्होंने अपने बयान में कहा, “इंडिया गॉट लेटेंट शो में शामिल होने वाले जजों को शो का कंटेंट अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करने की छूट होती है। इस शो में बतौर दर्शक हिस्सा लेने के लिए टिकट खरीदना पड़ता है और टिकट बेचकर जो पैसा मिलता है, वे शो के विजेताओं को दिए जाते हैं।“
‘द रिबेल किड’ के नाम से मशहूर अपूर्वा मखीजा बुधवार को अपने वकील के साथ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन पहुंचीं, जहां उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। वहीँ, आशीष चंचलानी के वकील ने कहा कि जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
इस बीच, महाराष्ट्र साइबर विभाग के विशेष आईजीपी यशस्वी यादव ने इस मामले की जांच शुरू की है। वह आज मुंबई स्थित साइबर सेल के दफ्तर पहुंचे। साइबर पुलिस ने सिद्धार्थ तेवतिया को भी समन जारी किया है और महाराष्ट्र साइबर सेल में आकर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। तेवतिया शो में बतौर जज शामिल थे। पुलिस शो में शामिल अन्य लोगों को भी समन भेजेगी।
जानकारी के अनुसार उन ज्यूरी को भी समन भेजा गया है, जो इस शो में कभी न कभी आए हैं। साइबर पुलिस ने शो में शामिल 40 लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने बताया कि शो में आकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और अश्लीलता के लिए साइबर पुलिस पहचाने गए लोगों को समन भेजेगी। इस लिस्ट में रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, राखी सावंत, महीप सिंह, दीपक कलाल समेत अन्य मेहमानों के नाम शामिल हैं।
इस मामले में महाराष्ट्र साइबर पुलिस शो के प्रायोजकों से भी पूछताछ करेगी। शो में शामिल सभी मेहमानों के एपिसोड वीडियो की जांच की जा रही है। जिन्होंने अश्लीलता और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, उन पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने यूट्यूब से सभी 18 एपिसोड हटाने को कहा है। मामले में प्रतिभागियों को आरोपी बनाया जा सकता है। वहीं, दर्शकों को गवाह के तौर पर शामिल किया जाएगा।