राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार सुबह 11 बजे तक बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रत्नागिरी में दर्ज की गई, जहां 88.1 मिमी वर्षा हुई। इसके बाद रायगढ़ में 65.3 मिमी, सिंधुदुर्ग में 43.8 मिमी, ठाणे में 29.6 मिमी और यवतमाल में 27.5 मिमी बारिश हुई।
तटीय जिलों में अलर्ट
भारी बारिश और संभावित बाढ़ की आशंका को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को रत्नागिरी और सोमवार को रायगढ़ जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग और पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे, सातारा और कोल्हापुर जिलों के घाट क्षेत्रों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। जबकि मुंबई में दो दिनों तक भारी बारिश का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
अधिकारियों के बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीमें तैनात की गई हैं। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
वहीँ, बिजली गिरने व बारिश संबंधित अन्य घटनाएं मुंबई, सिंधुदुर्ग, धुले, नासिक, संभाजीनगर, नंदुरबार और अमरावती जिलों में हुईं। इन घटनाओं में कई लोग खेतों में काम कर रहे थे या खुले स्थानों पर थे, जिस कारण वे बिजली की चपेट में आने से जान गंवा बैठे।
जगबुड़ी नदी उफान पर
कोकण क्षेत्र की प्रमुख नदियों में से रत्नागिरी जिले की जगबुड़ी नदी चेतावनी स्तर को पार कर चुकी है। ऐसे में बारिश का जोर कम नहीं हुआ और जलस्तर और बढ़ने से खेड, अलसुरे, चिंचघर और प्रभुवाडी जैसे नदी किनारे बसे गांव बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। प्रशासन ने भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी को लेकर लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है। साथ ही लोगों से सभी निर्देशों का पालन करने को कहा है।