पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा तब हुआ जब पीड़ित गलती से चंद्रपुर के नागभीड तहसील स्थित झील के गहरे हिस्से में चले गए। घटना का पता तब चला जब समूह में शामिल एक शख्स किसी तरह से बचकर झील से बाहर आया। उसने अपने साथियों को बचाने के लिए शोर मचाया।
पुलिस ने बताया कि तलाशी अभियान के बाद जनक किशोर गावंडे (24), उसके भाई यश (23), अनिकेत यशवंत गावंडे (28), तेजस बालाजी गावंडे (24) और तेजस संजय ठाकरे (16) के शव झील से बाहर निकाले गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है। घोडाझरी झील प्रकृति के प्रेमियों, पक्षी प्रेमियों और पिकनिक मनाने वाले लोगों के बीच लोकप्रिय है।
अधिकारियों ने बताया कि बदलापुर में उल्हास नदी में डूबने वाले सभी मृतक कक्षा 10 के छात्र थे और 15 से 16 साल की उम्र के थे। वे चमतोली (Chamtoli) स्थित पोद्दार गृह कॉम्प्लेक्स में रहते थे। इस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले छात्रों की पहचान आर्यन मेदार (15), ओम सिंह तोमर (15), सिद्धार्थ सिंह (16) और आर्यन सिंह (16) के रूप में हुई है।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों और बचाव दल ने उन्हें ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन चारों को बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे की जांच कर रही है।