नाना पटोले ने सदन में कहा कि इस सरकार के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे और बबनराव लोनीकर लगातार किसानों का अपमान कर रहे हैं, जिसे अब राज्य के किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने मांग की कि राज्य के मुख्यमंत्री को किसानों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि मोदी तुम्हारे बाप हो सकते हैं, किसानों के नहीं। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कांग्रेस नेता को टोकते हुए कहा कि नाना पटोले मुझे नहीं लगता कि आपका असंसदीय भाषा का प्रयोग करना उचित है, यह गलत है। इसके बाद सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस MLA नाना पटोले ने खोया आपा-
सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाना पटोले की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस नेता विधानसभा अध्यक्ष की ओर आक्रामक तरीके से बढ़े थे, जो सही नहीं है और उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि पटोले को माफी मांगनी चाहिए। हालांकि, पटोले फिर से विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के आसन के समीप पहुंच गए और लोनिकर और कोकाटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से बहस करने लगे। इसके बाद पटोले को सदन कि पूरे दिन की कार्रवाही से निलंबित कर दिया।
रोज निलंबित होने के लिए तैयार हूं- पटोले
महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पटोले ने विधानसभा से एक दिन के लिए निलंबित किए जाने पर कहा, “हम उन सभी लोगों से लड़ेंगे जो किसानों के खिलाफ हैं। और इसके लिए, मुझे हर रोज निलंबित होने पर भी कोई दिक्कत नहीं है। किसानों के कर्ज माफ किए जाने चाहिए और भाजपा द्वारा उनका अपमान ऐसे नहीं किया जाना चाहिए। मोदी भाजपा नेताओं के बाप हो सकते हैं, लेकिन वे किसानों के बाप नहीं हैं… अगर हमें अपने स्पीकर द्वारा किसानों के लिए आवाज उठाने की अनुमति नहीं दी जाती है, तो हमने अपने अधिकार का प्रयोग किया है…मैं संवैधानिक दायरे में रहकर अपनी आवाज उठा रहा था, लेकिन मुझे निलंबित कर दिया गया, जबकि वह बयान मैंने नहीं बीजेपी नेता ने दिया था…”
क्या है विवाद?
बता दें की बीजेपी विधायक लोनिकर ने हाल में जालना जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र परतुर में किसानों की एक सभा में कहा था कि जो लोग उनकी पार्टी और सरकार को कोसते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें कपड़े, जूते, मोबाइल, योजनाओं का आर्थिक लाभ और बुवाई के लिए पैसे हमारी वजह से मिल रहे हैं। वहीँ, राज्य के कृषि मंत्री कोकाटे ने कहा था कि किसानों ने कर्ज माफी के पैसे शादियों पर खर्च कर दिए। अब तो एक रुपया भिखारी भी नहीं लेता, लेकिन हमारी सरकार उतनी राशि में फसल बीमा दे रही है, जिसका कुछ लोग दुरुपयोग कर रहे हैं। हालांकि दोनों ही नेताओं को उनके इस तरह के बयान के लिए सत्तारूढ़ महायुति के नेताओं ने फटकार लगाई।