न्यायमूर्ति आलोक अराधे ने मध्यस्थता और सुलह केंद्रों, न्यायिक अकादमियों के साथ-साथ कानूनी सेवा प्राधिकरणों का नेतृत्व किया है। बतौर वकील अपने करियर की शुरुआत करने वाले जस्टिस अराधे ने न्यायपालिका के विभिन्न हिस्सों में उल्लेखनीय काम किया है।
कौन है जस्टिस आलोक अराधे?
जस्टिस आलोक अराधे का जन्म 13 अप्रैल 1964 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुआ था। वह 12 जुलाई 1988 को वकील बने थे। उन्होंने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर पीठ में नागरिक और संवैधानिक मामलों पर काम किया। इसके बाद उन्हें अप्रैल 2007 में वरिष्ठ वकील के रूप में नियुक्त किया गया था। जस्टिस अराधे 29 दिसंबर 2009 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश और 15 फरवरी 2011 को स्थायी न्यायाधीश बने। इसके बाद न्यायमूर्ति अराधे 20 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के न्यायाधीश बनाये गए और 11 मई 2018 को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने।
17 नवंबर 2018 को उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। फिर 3 जुलाई 2022 से 14 अक्टूबर 2022 तक उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम किया।
जस्टिस आलोक अराधे 19 जुलाई 2023 को तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने। अब उनकी नियुक्ति बॉम्बे हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर हुई है।
बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे का शपथ ग्रहण समारोह-
बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे देवेंद्र कुमार उपाध्याय का ट्रांसफर दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर हुआ है। जस्टिस उपाध्याय ने अगस्त 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार संभाला था।