मुंबई पुलिस की टीम बांग्लादेशी मोहम्मद इस्लाम को रविवार दोपहर कड़ी सुरक्षा के बीच बांद्रा हॉलिडे कोर्ट ले आई। तभी इस हाई-प्रोफाइल मामले के मुख्य आरोपी इस्लाम का वकील बनने के लिए दो वकील कोर्ट में ही धक्का-मुक्की करने लगे। हालांकि मजिस्ट्रेट ने दोनों वकीलों को एक टीम के रूप में रिमांड कार्यवाही में शामिल होने का सुझाव दिया।
भारी पुलिस मौजूदगी के बीच आरोपी मोहम्मद इस्लाम को रविवार दोपहर में बांद्रा में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें पुलिस के खिलाफ कोई शिकायत है तो आरोपी ने नहीं में जवाब दिया। फिर उसे अदालत कक्ष के पिछले हिस्से में आरोपी व्यक्तियों के लिए बने एक बक्से में ले जाया गया। इसके बाद एक वकील आरोपी इस्लाम की ओर से पैरवी करने का दावा करते हुए आगे आया।
हालाँकि, इससे पहले कि वह ‘वकालतनामा’ पर आरोपी के हस्ताक्षर ले पाता, दृश्य नाटकीय हो गया। वकालतनामा वह कानूनी दस्तावेज होता है, जिसके के जरिए मुवक्किल अपने वकील को अदालत में अपने मामले की सुनवाई करने के लिए अधिकृत करता है।
एक और वकील धक्का-मुक्की करते हुए आरोपी के पास पहुंचा और अपने वकालतनामा पर आरोपी के हस्ताक्षर ले लिए। जिससे इस्लाम के लिए कौन पेश होगा, इस बारे में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।
हालात को देखते हुए मजिस्ट्रेट ने दोनों प्रतिस्पर्धी वकीलों को इस्लाम का वकील बनने का सुझाव दिया। जिस पर दोनों सहमत हो गए। जिसके बाद रिमांड कार्यवाही शुरू हुई। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी मोहम्मद इस्लाम को 24 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
आरोपी इस्लाम के वकील का दावा है कि मोहम्मद शहजाद बांग्लादेशी नागरिक नहीं है और वह कई वर्षों से मुंबई में रह रहा है। पुलिस ने मामले की जांच ठीक से नहीं की है। अदालत के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए वकील संदीप शेखाने ने कहा, “5 दिनों की पुलिस हिरासत दी गई है। अदालत ने पुलिस को 5 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा है। पुलिस के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वो बांग्लादेशी है। उन्होंने कहा कि वो 6 महीने पहले यहां आया था, यह गलत बयान है। वो 7 साल से अधिक समय से यहां रह रहा है। उसका परिवार मुंबई में है…कोई उचित जांच नहीं की गई है…”
मुंबई पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पास भारतीय होने के कोई सबूत नहीं है। वह बांग्लादेश के झालोकाटी का है और अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ है। वह पिछले पांच महीने से मुंबई में अवैध रूप से रह रहा है।
सैफ अली खान (54) पर गुरुवार रात करीब 2.30 बजे बांद्रा के सतगुरु शरण इमारत की 12वीं मंजिल पर स्थित उनके घर पर चाकू से हमला किया गया। अभिनेता को तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी आपातकालीन सर्जरी की गई। उनकी रीढ़ से टूटे हुए चाकू का 2.5 इंच का टुकड़ा निकाला गया। डॉक्टरों का कहना था कि अगर चाकू दो मिमी और अंदर घुस जाता तो बेहद गंभीर चोट लग सकती थी। फिलहाल सैफ अस्पताल में हैं और उनकी सेहत में सुधार हो रहा है।