पुलिस के अनुसार, रविवार 15 जून की रात लगभग 11 बजे आरोपी छात्र ने फैजान के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया, फिर उसके हाथ-पैरों के पास इलेक्ट्रिक वायर बांधकर स्विच ऑन कर दिया और खुद भी सोने चले गया। अगले दिन सुबह 5:30 बजे जब छात्रों को नमाज के लिए जगाया गया, तब फैजान मृत अवस्था में पाया गया। इसके बाद पुलिस की जांच में सारा सच सामने आ गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मदरसे में लगभग 90 छात्र शिक्षा हासिल कर रहे हैं, जिनमें से 70 छात्र बिहार से हैं। इस धार्मिक शैक्षणिक संस्थान के प्रत्येक कमरे में 25 छात्र रहते हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपी छात्र ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह चाहता था कि मदरसा बंद हो जाए और उसे छुट्टी मिले, जिससे वह अपने घर वापस जा सके। इसीलिए उसने यह खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी नाबालिग छात्र को पुलिस ने हिरासत में लेकर ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया है। हातकणंगले पुलिस स्टेशन (Hatkanangale Police) में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। फिलहाल पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि नाबालिग ने अकेले ही हत्या की साजिश रची थी या इसमें कोई और भी शामिल था। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह बिजली के तार कहां से लाया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 30 वर्षों से यह मदरसा चल रहा है।