बताया जा रहा है कि सोमवार शाम में शिकायत मिलने के बाद सिंहगढ़ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। लेकिन कुछ देर बाद पुणे के संयुक्त पुलिस कमिश्नर रंजन कुमार शर्मा और तानाजी सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खुलासा हुआ कि ऋषिराज सावंत का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह अपने दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहा था। अब इस मामले को लेकर तरह-तरह की जानकारी सामने आ रही है।
‘अपरहण’ या फैमिली ड्रामा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऋषिराज सावंत की पत्नी का मंगलवार को जन्मदिन था, लेकिन ऋषिराज दोस्तों के साथ बैंकॉक जाना चाहता था। हालांकि परिवार इसके सख्त खिलाफ था। लेकिन परिवार के खिलाफ जाकर ऋषिराज ने बैंकॉक जाने की सारी तैयारी कर ली थी।
बताया जा रहा है कि इसको लेकर परिवार में बहस भी हुई। लेकिन इसके बावजूद परिवार को बताये बिना ऋषिराज दो दोस्तों के साथ निजी विमान से बैंकॉक के लिए निकल गए। इसके लिए उन्होंने 68 लाख रुपये में चार्टर्ड विमान बुक किया। जैसे ही तानाजी सावंत को इसके बारे में पता चला तो उनका पारा हाई हो गया। ऋषिराज की पत्नी भी काफी नाराज हो गयी थीं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बेटे को बैंकॉक जाने से रोकने के लिए तानाजी सावंत ने पूरी ताकत लगा दी। तानाजी सावंत ने सबसे पहले उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी। फिर तानाजी सावंत ने चिंचवड से बीजेपी विधायक शंकर जगताप की मदद ली, जो उनके रिश्तेदार भी हैं। जगताप के जरिये शिवसेना नेता ने मुख्यमंत्री से संपर्क किया और फिर तानाजी सावंत के मंसूबे पूरे होने शुरू हो गए।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पुणे पुलिस को निर्देश जारी किया गया, साथ ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री मुरलीधर मोहोल से भी संपर्क किया गया। लेकिन पुलिस को उड़ान भर चुके विमान को वापस बुलाने का कोई ठोस कारण चाहिए था। इस बीच पुणे के सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन में ऋषिराज के अपहरण की शिकायत दर्ज की गई।
उधर, पुणे से सांसद व केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने नागरिक उड्डयन महानिदेशक कार्यालय को निर्देश दिया, जिसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को सूचना दी गई। फिर एटीसी ने विमान के पायलटों से संपर्क किया और वापस लौटने का निर्देश दिया। तब तक विमान बंगाल की खाड़ी तक पहुंच चुका था। विमान में पीछे बैठे ऋषिराज को इस बात की जानकारी नहीं दी गई। विमान बंगाल की खाड़ी से वापस मुड़ गया और सीधे पुणे की ओर बढ़ा।
18 लोगों के बैठने की क्षमता वाले चार्टर्ड विमान में ऋषिराज अपने केवल दो दोस्तों के साथ यात्रा कर रहे थे। विमान ने पुणे एयरपोर्ट से शाम करीब 4:30 बजे उड़ान भरी थी और रात 9 बजे पुणे एयरपोर्ट फिर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि ऋषिराज को लगा कि वह बैंकॉक पहुंच चुके है, लेकिन जैसे ही वह विमान से बाहर आए तो पुणे एयरपोर्ट देखकर हक्के-बक्के रह गए। पुलिस ने ऋषिराज का बयान दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई जारी है।