कौन है नक्सली तरक्का?
तारक्का का मूल नाम विमला सिदम है। तरक्का के खिलाफ 170 से ज्यादा गंभीर अपराध दर्ज हैं। चार राज्यों में एक करोड़ से ज्यादा का इनाम है। तरक्का ने गढ़चिरौली जिले में माओवादी आंदोलन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। तरक्का देश में माओवादी संगठन के दूसरे नंबर के केंद्रीय समिति सदस्य भूपति की पत्नी और पश्चिम बंगाल में एक मुठभेड़ में मारे गए माओवादी नेता किशनजी की भाभी हैं। तारक्का 1983 में माओवादी संगठन में शामिल होने वाली गढ़चिरौली की पहली महिला माओवादी हैं।
अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य नक्सलवाद से मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। नक्सली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं और नक्सली संगठन में नए लोग शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने शीर्ष नक्सली काडर द्वारा हथियार डालने और आत्मसमर्पण करने के कदम का स्वागत किया।
सीएम फडणवीस ने दावा किया कि गढ़चिरौली के दूरदराज इलाकों में नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो रहा है। नक्सलियों के प्रभाव को खत्म करके गढ़चिरौली को सरकार महाराष्ट्र का प्रथम जिला बनाएगी। आमतौर पर गढ़चिरौली को महाराष्ट्र का अंतिम जिला इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह राज्य की पूर्वी सीमा पर छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित है।