scriptरक्त तस्करों के खिलाफ सड़क पर फूटा आक्रोश | Patrika News
नागौर

रक्त तस्करों के खिलाफ सड़क पर फूटा आक्रोश

मकराना / नागौर. दान में मिले खून का सौदा करने वाले सभी तस्करों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार को मकराना में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा, वे सड़क पर उतर आए। यहां पुलिस थाने के सामने बैठकर तीन घंटे धरना दिया।

नागौरJan 30, 2025 / 04:50 pm

Ravindra Mishra

nagaur nagaur news

मकराना. प्रदर्शन करते लोग

– सर्व समाज ने किया प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन

– सभी की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

मकराना / नागौर. दान में मिले खून का सौदा करने वाले सभी तस्करों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार को मकराना में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा, वे सड़क पर उतर आए। यहां पुलिस थाने के सामने बैठकर तीन घंटे धरना दिया। राज्यपाल के नाम अपना पत्र पुलिस उपअधीक्षक को सौंपा और रक्तदान शिविर से एकत्र दान के रक्त का सौदा करने वाले सभी की जल्द गिरफ्तारी करने की मांग रखी। साथ ही चेतावनी दी कि यदि पुलिस या प्रशासन ने एक भी तस्कर को बचाने या फिर कार्रवाई को दबाने का प्रयास किया आंदोलन छेड़ देंगे।
मकराना पुलिस थाने के सामने धरने में जूसरी सरपंच प्रकाश भाकर ने कहा कि ब्लड बैंक संचालकों ने खून ही नहीं आमजन के भरोसे को बेचा है। ऐसे लोग समाज के लिए एक तरह से नासूर हैं, इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान ने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक या जातिगत नहीं बल्कि मानवता से जुड़ा है, इसलिए जब तक अपराधियों को सजा नहीं मिलेगी सर्व समाज एकजुट रहेगा। किरण शेखावत ने कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है। इसमें शामिल सभी जनों को जेल भेजें। प्रदर्शन सभा को अयूब गैसावत, एडवोकेट अमराराम, महावीर कूकना, जेठूसिंह, महेंद्र ग्वाल, बिरधाराम नायक ने भी संबोधित करते हुए सभी तस्करों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग रखी। यहां सर्व समाज की ओर से मकराना पुलिस उपधीक्षक भवानी सिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया।
रक्तदाताओं का जीवन तक संकट में डाल दिया

ज्ञापन में बताया कि मकराना में 25 जनवरी को रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था। इस रक्तदान शिविर में मकराना ब्लड बैंक संचालकों ने मानक यूनिट 450 एमएल की जगह रक्तदाताओं का जीवन संकट में डालते हुए 550 एमएल तक निकाल लिया। जिससे कई लोगों का रक्तदान करने के बाद स्वास्थ्य कमजोर हो गया है।
ब्लड बैंक संचालकों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

जोबनेर थाना पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज किया है। खून की तस्करी में मकराना ब्लड बैंक के कर्मचारी और संचालक मंडल के पांचों सदस्य शामिल हैं। मकराना का यह ब्लड बैंक वर्ष 2022 से लेकर आज तक सैकड़ों यूनिट खून की कालाबाजारी कर लाखों रुपए जमा कर चुका है। साथ ही कई लोगों का जीवन भी संकट में डाल चुका है। ज्ञापन में बताया कि उक्त ब्लड बैंक ने किसी को नि:शुल्क खून उपलब्ध नहीं कराया है। ज्ञापन में सवाल खड़ा किया गया है कि उक्त घटना के संबंध में ब्लड बैंक के संचालकों व कार्मिकों के विरुद्ध अब तक स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मकराना पुलिस थाने में त्वरित मामला पंजिबद्ध हों और सभी को गिरफ्तार करें।
1300 रुपए यूनिट में हुआ सौदा, 5 जनों की हिस्सेदारी

मकराना के रक्तदान शिविर से दान मिले रक्त का सवाई माधोपुर में सौदा करने जा रहे तस्करों ने पकड़ा जाने के बाद जोबनेर पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस ने बताया कि जो ब्लड लेकर जा रहे हैं उसका सवा तीन लाख रुपए से अधिक में बेचान किया जाना था। 1300 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से सौदा किया था। इस खून के सौदे में 5 लोगों की हिस्सेदारी थी। जानकारी के मुताबिक ब्लड सेल जयपुर के सीनियर मेडिकल ऑफिसर महावीर सैनी ने मामला दर्ज कराया कि 1300 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से 255 यूनिट रक्त बेचा जाना था। जिसमें 30 प्रतिशत मकराना ब्लड सेंटर के संचालक महावीर पारीक की हिस्सेदारी थी। वहीं 20 प्रतिशत का हिस्सा मोहम्मद शाबीर, 20-20 फीसदी हिस्सा प्रकाश प्रजापत व सुरेंद्र माहेश्वरी और बाकी दस फीसदी हिस्सा पांचूराम धायला का था।

Hindi News / Nagaur / रक्त तस्करों के खिलाफ सड़क पर फूटा आक्रोश

ट्रेंडिंग वीडियो