हनुमान बेनीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि मैं इंतजार कर रहा हूं कि सरकार खुद घुटने टेकेगी और बिजली कनेक्शन जोड़कर मुझे फोटो भेजेगी। जितना मुझे छेड़ेगी, मैं उससे सौ गुना ज्यादा सरकार को छेड़ूंगा। रैली में सांसद ने ऐलान किया कि अब हर जिला मुख्यालय पर स्थानीय मुद्दों को लेकर आक्रोश रैलियां की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि अब हर दिन आंदोलन होगा, सड़कें जाम होंगी। सरकार में दम है तो एक भी बच्चे को हाथ लगाकर दिखाए। हम भजनलाल सरकार के हलक में हाथ डालकर जनता के सारे काम करवाएंगे। सांसद बेनीवाल ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनका बिजली कनेक्शन काटा है, तो वह सरकार का कनेक्शन ही काट देंगे।
जेल जाने वालों को बनाएंगे कामयाब
हनुमान बेनीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जो मेरे लिए जेल जाएंगे, मैं उन्हें कामयाब करूंगा। जेल का खाना ही खाएंगे, क्योंकि बाहर का खाना तो मिलावटी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अगले एक-डेढ़ साल तक सड़कों पर संघर्ष करने का आह्वान किया और कहा कि इसके बाद सत्ता को लेकर फैसला लिया जाएगा।
बेनीवाल ने अपने पुराने साथियों पर भी निशाना साधा, जो अब बीजेपी के संरक्षण में हैं। उन्होंने कहा कि पहले मेरे साथ थे, अब दीदी-दीदी करते हुए एमडी-स्मैक का धंधा कर रहे हैं।
BJP-कांग्रेस पर कसा करारा तंज
सांसद ने बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं की कोई इज्जत नहीं है। ये लोग जबरदस्ती बड़े नेताओं की गाड़ियों में घुस जाते हैं। चोर-लुच्चे-लफंगे मेरे साथ लंबे समय तक नहीं टिक सकते। बेनीवाल ने खींवसर विधायक के कारनामों का जिक्र करते हुए कहा कि हारे का सहारा हनुमान बेनीवाल है। नागौर एसपी पर जांच की मांग
हनुमान बेनीवाल ने नागौर के एसपी नारायण टोगस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि टोगस ने तथ्य छुपाकर नौकरी हासिल की है और इसकी जांच दिल्ली से करवाई जाएगी। अगर दोषी साबित हुए तो उन्हें घर भेज दूंगा।
वहीं, प्रदेश में सरकारी नियुक्तियों के मुद्दे पर बेनीवाल ने कहा कि आरपीएससी में एक ईमानदार चेयरमैन की नियुक्ति हुई है, जो खुशकिस्मती की बात है। उन्होंने सरकार से युवाओं के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने की मांग की।
रात 2 बजे मानी गईं मांगें
रैली के बाद देर रात पौने दो बजे नागौर कलेक्टर अरुण पुरोहित और अन्य प्रशासनिक अधिकारी समझौता वार्ता के लिए मौके पर पहुंचे। सांसद बेनीवाल ने कलेक्टर और अधिकारियों के सामने मंच से अपनी मांगों को दोहराया। उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं पर हमला बोला और जनता के हितों के लिए सरकार को जवाबदेह ठहराने की बात कही।
कलेक्टर अरुण पुरोहित ने आश्वासन दिया कि मांगों का जल्द से जल्द समाधान करने का प्रयास किया जाएगा और इन मांगों को सरकार के समक्ष प्रस्ताव के रूप में भेजा जाएगा। रात 2:10 बजे सांसद बेनीवाल ने धरना समाप्त करने की औपचारिक घोषणा की।
इससे पहले, रैली शाम सात बजे तक चली, जिसमें सैकड़ों समर्थकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के समापन के बाद बेनीवाल और उनके समर्थकों ने प्रशासन को 20 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा था। हालांकि, सरकार की ओर से तत्काल कोई ठोस जवाब न मिलने पर सांसद और उनके समर्थक पशु प्रदर्शनी स्थल पर ही धरना देकर बैठ गए थे।