86 दिन में किसानों से खरीदा 1.22 अरब का मूंग, वंचित रहे किसानों को भी मिलेगा फायदा
मेड़ता शहर स्थित फल-सब्जी मंडी, तिलम संघ और क्षेत्र के उपकेंद्र रियांबड़ी और जारोड़ा सेंटरों पर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदा गया। 2 माह 25 दिनों में इन चारों सेंटरों पर 8682 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से 6468 काश्तकारों से मूंग खरीदा गया।
Merta News: कृषक क्रय-विक्रय सहकारी समिति लि. के अंतर्गत आने वाले मेड़ता के 2 समेत क्षेत्र के 4 समर्थन मूल्य केंद्रों पर 86 दिन में 1.22 अरब की राशि का 1.41 लाख क्विंटल मूंग 6468 काश्तकारों से खरीदा गया। मेड़ता के तिलम संघ केंद्र पर सर्वाधिक काश्तकारों के मूंग की तुलाई हुई। वहीं, दूसरे नंबर पर फल-सब्जी केंद्र रहा। अब खरीद की अवधि 4 फरवरी तक बढ़ा दिए जाने से तुलाई से वंचित काश्तकारों को इसका लाभ मिलेगा।
कृषक क्रय-विक्रय सहकारी समिति लि. के मुख्य व्यवस्थापक मांगीलाल शर्मा ने बताया कि हर बार नवंबर महीने में शुरू होने वाले एमएसपी मूंग की खरीद इस बार राज्य सरकार की ओर से 21 अक्टूबर से ही शुरू कर दी गई। मेड़ता शहर स्थित फल-सब्जी मंडी, तिलम संघ और क्षेत्र के उपकेंद्र रियांबड़ी और जारोड़ा सेंटरों पर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदा गया। 2 माह 25 दिनों में इन चारों सेंटरों पर 8682 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से 6468 काश्तकारों से मूंग खरीदा गया। इन किसानों से 1 लाख 41 हजार 294 क्विंटल मूंग खरीदा गया। जिसका मूल्य 1 अरब 22 करोड़ 67 लाख 18 हजार 289 रुपए होता है। 86 दिनों में 2 लाख 82 हजार 591 बैग खरीद लिए जाने के बाद अब सरकार ने किसानों को राहत देते हुए एमएसपी पर मूंग खरीद की अवधि को 4 फरवरी तक बढ़ा दिया है।
राज्य सरकार की ओर से एमएसपी पर मूंग खरीद की अवधि बढ़ा दिए जाने से इसका फायदा तुलाई से वंचित रहे काश्तकारों को मिलेगा। दरअसल, पहले चरण में 21 अक्टूबर से 15 जनवरी तक खरीद पूरी हो जाने के बाद काश्तकारों को राहत देते हुए सरकार ने खरीद की मियाद 20 दिन बढ़ा दी। इससे मेड़ता क्षेत्र के पेंडिंग 70-80 किसानों के मूंग की खरीद की जा सकेगी। वंचित रहे काश्तकार मूंग बेचने को लेकर एमएसपी सेंटर पहुंच भी रहे हैं।