पटना पश्चिम के सिटी एसपी शरत आरएस ने मीडिया को बताया कि भरत कुमार नौबतपुर थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव का रहने वाला है। उसके साथ उसके दो साथी रोहित कुमार और शिवम कुमार भी गिरफ्तार किए गए हैं, जो इसी गांव के निवासी हैं। यह कार्रवाई फुलवारी शरीफ के एसडीपीओ-2 दीपक कुमार के नेतृत्व में की गई, जिसमें नौबतपुर थाना और पिपलावा थाना की पुलिस टीमें शामिल थीं।
6-7 राउंड गोलियां चलीं
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भरत कुमार नौबतपुर इलाके में मौजूद है। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की और तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, इस दौरान अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से लगभग 6-7 राउंड गोलियां चलीं, लेकिन इस मुठभेड़ में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस और अपराधियों के बीच करीब एक घंटे तक मुठभेड़ चली। तीन पिस्तौल और कई गोलियां बरामद
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अपराधियों के पास से तीन पिस्तौल और कई गोलियां बरामद की हैं। इसके अलावा, हथियारों की और बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है। भरत कुमार का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और वह लंबे समय से पुलिस की वांछित सूची में था। इस गिरफ्तारी को पटना पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है। तीनों गिरफ्तार अपराधी भरत कुमार, रोहित कुमार और शिवम कुमार नौबतपुर थाना के शेखपुरा गांव के रहने वाले हैं।
बता दें कि 21 मार्च को पटना के मनेर थाना क्षेत्र के सूअरमरवा गांव में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। यह मुठभेड़ शुक्रवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच हुई थी। गोलीबारी उस वक्त शुरू हुई, जब दानापुर और मनेर पुलिस की संयुक्त टीम गुप्त सूचना के आधार पर एक वांछित अपराधी को पकड़ने के लिए पहुंची थी। दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एक अपराधी घायल हो गया था, जबकि उसके साथी फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए थे।