पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजित पवार की मौजूदगी में हुई बैठक में बनसोडे के नाम पर मुहर लगाई गई थी। जबकि विपक्षी महाविकास अघाडी (एमवीए) की ओर से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए पिंपरी विधानसभा सीट से एनसीपी के विधायक अन्ना बनसोडे का नाम सबसे आगे चल रहा था। इसके अलावा, लातूर से एनसीपी के विधायक और पूर्व मंत्री संजय बनसोडे, साथ ही गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगाव विधानसभा सीट से एनसीपी विधायक राजकुमार बडोले के नाम की भी चर्चा थी।
कौन है अन्ना बनसोडे?
उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के नेता अन्ना बनसोडे का सियासी सफर नगर निगम चुनाव से शुरू हुआ था। वह पहली बार 1997 में नगरपालिका चुनाव लड़े और जीतकर पार्षद बने। राजनीति में आने से पहले वे पान की दुकान चलाते थे। उन्हें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का कट्टर समर्थक माना जाता है। अन्ना बनसोडे अभी पुणे जिले की पिंपरी विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह 2009 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद 2019 और 2024 में भी जीत हासिल कर उन्होंने अपनी राजनीतिक पकड़ और मजबूत कर ली। एनसीपी में जब फूट पड़ी, तब भी वे अजित पवार के साथ बने रहे और 2024 की विधानसभा चुनाव में फिर से जीत हासिल की। पिंपरी को अजित पवार का मजबूत गढ़ समझा जाता है और इस क्षेत्र में अन्ना बनसोडे की पहचान एक प्रभावशाली नेता के तौर पर पहचान है।
विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए अन्ना बनसोडे के चयन की आधिकारिक घोषणा महाराष्ट्र बजट सत्र के अंतिम दिन बुधवार (26 मार्च) को होने की उम्मीद है।