क्या अब भाजपा मुसलमानों तक पहुँचेगी ?
भट्टाचार्य ने यह भी जोड़ा कि भाजपा का लक्ष्य समावेशी और सर्वव्यापी होना है। उन्होंने कहा – “बंगाल में मुसलमानों का वोट अभी नहीं है, लेकिन कुछ पंचायतों में हमने जीत भी दर्ज की है।” यह शीर्षक बता सकता है कि भाजपा कैसे गरीबी और शिक्षा की बात करके मुसलमान वोटरों को अपील कर रही है।क्या बंगाल में पूजा‑धर्म की राजनीति तेज होगी ?
भट्टाचार्य का कहना है कि बांग्लादेश की हालिया घटनाओं के संदर्भ में माँ काली बंगाल में एक महत्वपूर्ण सांकेतिक शक्ति हैं । उन्होंने आरएसएस‑पृष्ठभूमि वाले भाजपा दलित कार्यकर्ताओं को भी एकजुट करने की बात कही है।भाजपा बंगाल में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही
टीएमसी प्रवक्ता ने कहा: “भाजपा बंगाल में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है। मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणी भड़काऊ और गुमराह करने वाली है।”पहले चुनाव जीतिए, फिर बड़ी बातें कीजिए
CPI(M) ने भी भाजपा के सीपीआई(M) कार्यालय लौटाने के वादे पर तंज कसते हुए कहा: “पहले चुनाव जीतिए, फिर बड़ी बातें कीजिए।”बंगाल की राजनीति में भाजपा और ये सुलगते सवाल
क्या मुसलमान वोटों को साधने की भाजपा की नई रणनीति काम करेगी?क्या बंगाल में भाजपा “दलित+हिंदू+मुस्लिम गरीब” फॉर्मूला ला रही है?