उपचुनाव में हार ने कांग्रेस में निराशा और असंतोष बढ़ने का खतरा
दरअसल अपने आपको भविष्य के चुनाव के लिए खड़ी कर रही कांग्रेस में संगठन को मजबूत बनाने का काम चल रहा है। गुजरात में लंबी प्रक्रिया के बाद 40 जिलों में अध्यक्षों की घोषणा की गई। इस बीच दो सीटों के उपचुनाव नतीजों ने गुजरात में कांग्रेस संगठन की पोल खोल दी है। जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा को लेकर कांग्रेस में असंतोष चल ही रहा है कि अब उपचुनाव में हार ने पार्टी में निराशा और असंतोष का खतरा बढ़ा दिया है। आप की ताकत से कांग्रेस परेशान
दिल्ली चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद आप ने गुजरात और पंजाब में एक-एक सीट जीतकर अपनी ताकत फिर दिखाई है। इस जीत से कांग्रेस हैरान और परेशान है। कांग्रेस के रणनीतिकार आप से गठबंधन नहीं चाहते हैं, लेकिन दूसरा विकल्प भी नहीं सूझ रहा है।
विरोध के बनाया मुस्लिम जिलाध्यक्ष
गुजरात में हाल ही जारी की गई जिलाध्यक्षों की सूची में किसी भी मुस्लिम नेता का नाम शामिल नहीं था। गुजरात व दिल्ली में कई नेताओं के ऐजााज के बाद भरूच शहर में मुस्लिम नेता को जिलाध्यक्ष बनाया गया।महज एक महिला को जिलाध्यक्ष बनाने पर भी विवाद बना हुआ है।