क्या है मामला
मामले में पटना के अतिरिक्त आयुक्त समेत पांच कस्टम अधिकारियों और 30 ठेकेदारों पर टाइल्स और ऑटो-पार्ट्स के नकली निर्यात बिल बना कर इसके एवज में करीब 100 करोड़ रुपये रिफंड लेने का आरोप है। एफआईआर के मुताबिक, भीमनगर के लैंड कस्टम स्टेशन, सीमा शुल्क के दो अधीक्षक, लैंड कस्टम स्टेशन, सीमा शुल्क जयनगर के दो अधीक्षक और तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त के अलावा सीमा शुल्क, पटना ने अभियुक्त के साथ मिल कर यह साजिश रची थी।
अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं
ऑटोमोबाइल पार्ट्स आयात के नाम इन लोगो ने कई फर्मों के साथ मिल कर घोटाला किया जिस कारण से सरकार को लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। घोटाले की शुरुआत बिहार-नेपाल बॉर्डर पर मौजूद जयनगर, भीमनगर और भिट्टामोर जैसे इलाकों से हुई। कागजों में इन्हीं इलाकों से टाइल्स और ऑटो पार्ट्स का निर्यात दिखा कर झूठा जीएसटी रिफंड लिया गया। इस घोटाले में शामिल अफसरों और कंपनियों की जांच अब सीबीआई को सौंपी गई है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।