क्या हुआ हादसा?
पुलिस के अनुसार, दोपहर करीब 4:33 बजे नंद नगरी पुलिस स्टेशन को एक सीएनजी सिलेंडर विस्फोट की सूचना मिली। पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गोदाम में सिलेंडर की मरम्मत के दौरान यह हादसा हुआ, जिसमें एक मैकेनिक और तीन बच्चे चपेट में आ गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास के घरों में कंपन महसूस हुआ। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “अचानक तेज धमाका हुआ और धुआं उठने लगा। बच्चे और एक व्यक्ति चीखते हुए बाहर निकले। यह देखकर सभी डर गए।” दमकल विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली फायर सर्विसेज के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि चार दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सिलेंडर में विस्फोट का कारण क्या था और क्या गोदाम में सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था।
स्थानीय लोगों में दहशत
इस हादसे ने सुंदरनगरी और नंद नगरी के निवासियों में दहशत फैला दी है। लोग गोदामों में सिलेंडरों की मरम्मत और भंडारण के लिए उचित सुरक्षा मानकों की मांग कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “ऐसे गोदाम रिहायशी इलाकों में नहीं होने चाहिए। यह हमारे लिए खतरा है।”
आगे की जांच जारी
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है। घायलों के इलाज के लिए अस्पताल में सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और विशेषज्ञ इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह हादसा तकनीकी खराबी, लापरवाही या किसी अन्य कारण से हुआ।