इस मौके पर आईआईएमसी से 25 साल पहले पास हुए करीब 80 पूर्व छात्र-छात्राओं को सिल्वर जुबली सम्मान से भी नवाजा गया।
प्रो. शंभूनाथ सिंह को “लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड”
कमिटी अवॉर्ड कैटेगरी में दिल्ली के प्रो. अशोक ओगरा, गुवाहाटी की जाह्नवी फूकन, पुणे की सुजाता सबनिस, तेजपुर के प्रो. शंभूनाथ सिंह और दिल्ली के मेदिन प्रसाद राय को “लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड” दिया गया। “पब्लिक सर्विस अवॉर्ड” जमशेदपुर के एसएसपी किशोर कौशल और गया के सामाजिक कार्यकर्ता आदित्य वर्धन को सम्मानित किया गया। महाराष्ट्र के केतन तन्ना, ओडिशा के सुधांशु पात्रो और उत्तर प्रदेश के मणिंद्र मिश्र को “कनेक्टिंग एलुमनी” पुरस्कार, जबकि इमका की गुजरात कमिटी को “कनेक्टिंग चैप्टर” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
इनके अलावा, कमिटी अवॉर्ड में उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार वाल्मीकि, दिल्ली के कल्याण रंजन और नितिन प्रधान, पंजाब की एलिस गुरम, महाराष्ट्र के ब्रज किशोर, ओडिशा के ब्योमकेश बिस्वाल और महाराष्ट्र के कृष्णा पोफले को “पिलर्स ऑफ इमका” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
सर्वप्रिया सांगवान को “जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर” अवॉर्ड
विभिन्न श्रेणियों में जूरी ने विजेताओं को 50 हजार से 1.50 लाख रुपये तक की इनामी राशि वाले पुरस्कार प्रदान किए। “जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर” सर्वप्रिया सांगवान के साथ-साथ पल्लव जैन को “एग्रीकल्चर रिपोर्टर ऑफ द ईयर”, संदीप रजवाड़े को “रिपोर्टर ऑफ द ईयर (पब्लिशिंग)”, अजातिका सिंह को “रिपोर्टर ऑफ द ईयर (ब्रॉडकास्टिंग)”, हर्षिता राठौर को “प्रोड्यूसर ऑफ द ईयर”, आर. सम्बन को “इंडियन लैंग्वेज रिपोर्टर ऑफ द ईयर (पब्लिशिंग)”, अनुज कुमार दास को “इंडियन लैंग्वेज रिपोर्टर ऑफ द ईयर (ब्रॉडकास्टिंग)”, पंकज बोरा को “ऐड पर्सन ऑफ द ईयर”, और आशीष शुक्ला को “पीआर पर्सन ऑफ द ईयर” का पुरस्कार मिला। जूरी श्रेणी में “एवियन वी” को “पीआर एजेंसी ऑफ द ईयर” और “काइजन” को “डिजिटल एजेंसी ऑफ द ईयर” का सम्मान प्राप्त हुआ।