भारत की सैन्य तैयारियां और गंगा एक्सप्रेसवे पर विमान
पहलगाम हमले के बाद भारत ने अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है। भारतीय वायु सेना ने मध्य भारत में ‘एक्सरसाइज अकर्मण’ शुरू किया, जिसमें पहाड़ी और जमीनी लक्ष्यों पर हवाई हमलों का अभ्यास किया गया। इसके अलावा, भारतीय सेना अरब सागर में लाइव फायरिंग ड्रिल, राजस्थान में यंत्रीकृत बलों के युद्ध अभ्यास, और विशेष हेलिबॉर्न ऑपरेशनों का अभ्यास कर रही है। एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर, भारतीय वायु सेना ने उत्तर प्रदेश के गंगा एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों को उतारकर अपनी आपातकालीन तैनाती क्षमता का प्रदर्शन किया। यह अभ्यास यह दर्शाता है कि भारत राजमार्गों को वैकल्पिक हवाई पट्टियों के रूप में उपयोग कर सकता है, जिससे युद्ध की स्थिति में रणनीतिक लाभ मिलेगा। यह कदम न केवल भारत की सैन्य तैयारियों को दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश भी देता है कि भारत किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।
पाकिस्तान के युद्ध अभ्यास और PoK में बच्चों को प्रशिक्षण
पाकिस्तान ने भी अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है। पाकिस्तानी वायु सेना ‘जर्ब-ए-हैदरी’, ‘फिज़ा-ए-बदर’, और ‘ललकार-ए-मोमिन’ जैसे अभ्यासों में F-16, J-10, और JF-17 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का उपयोग कर रही है। पाकिस्तान ने चीन से प्राप्त PL-15 मिसाइलों से लैस JF-17 जेट्स के वीडियो जारी कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, पाकिस्तानी सेना की 1 स्ट्राइक कोर पंजाब के सामने गुजरांवाला में ‘एक्सरसाइज हैमर स्ट्राइक’ कर रही है, और नौसेना अरब सागर में युद्ध अभ्यास में जुटी है। पाकिस्तान ने लाहौर और इस्लामाबाद के बीच हवाई मार्ग बंद कर दिए और तटीय क्षेत्रों में ‘नो-फ्लाई जोन’ की चेतावनियां जारी की हैं। इसके साथ ही, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में युद्ध की आशंका के बीच असामान्य कदम उठाए गए हैं। PoK के मुख्य शहर मुजफ्फराबाद में 1,000 से अधिक मदरसों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, क्योंकि पाकिस्तान को डर है कि भारत इन्हें आतंकी प्रशिक्षण केंद्र मानकर निशाना बना सकता है। इसके अलावा, स्कूली बच्चों को युद्ध जैसी स्थिति के लिए तैयार करने के लिए आपातकालीन प्रशिक्षण शिविर शुरू किए गए हैं। इन शिविरों में 11-12 साल के बच्चों को मरहम-पट्टी करना, घायलों को स्ट्रेचर पर ले जाना, और आग बुझाने जैसी बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा तकनीकों की ट्रेनिंग दी जा रही है। 12 साल के फैजान अहमद ने कहा, “हम अपने दोस्तों की मदद करना और भारत के हमले की स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना सीख रहे हैं।” नागरिक रक्षा निदेशालय के प्रशिक्षक अब्दुल बासित मुघल ने बताया कि “आपातकाल में स्कूल सबसे पहले प्रभावित होते हैं, इसलिए हम स्कूली बच्चों के साथ निकासी प्रशिक्षण शुरू कर रहे हैं।”
नियंत्रण रेखा पर तनाव और सीजफायर उल्लंघन
नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव चरम पर है। भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तानी चौकियों ने कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, नौशेरा, और अखनूर क्षेत्रों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जो पहलगाम हमले के बाद से लगातार सातवें दिन जारी है। भारतीय सेना ने संयमित और आनुपातिक जवाब दिया, लेकिन सीमा पर गोलीबारी ने दोनों पक्षों के बीच युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया है। PoK के चकोठी गांव में लोग भूमिगत बंकरों की सफाई कर रहे हैं, और स्थानीय निवासी इफ्तिखार अहमद मीर ने कहा, “हम एक हफ्ते से डर के साए में जी रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए हम उन्हें स्कूल से सीधे घर लाते हैं।”
पाकिस्तान में खौफ और भारत में आक्रोश
पहलगाम हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को “पूरी आजादी” दी है, और 30 अप्रैल को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक में कठोर जवाबी कार्रवाई पर चर्चा हुई। दूसरी ओर, पाकिस्तान में भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई का डर व्याप्त है। पाकिस्तानी सूचना प्रसारण मंत्री ने आधी रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारत कभी भी हमला कर सकता है। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके पास “विश्वसनीय खुफिया जानकारी” है कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकता है। पहलगाम हमले ने भारत और पाकिस्तान को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया है। भारत का गंगा एक्सप्रेसवे पर विमानों का अभ्यास और पाकिस्तान का PoK में बच्चों को युद्ध प्रशिक्षण देना दोनों देशों के बीच गहरे अविश्वास और तनाव को दर्शाता है। नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी, हवाई और नौसैनिक अभ्यास, और PoK में 1,000 मदरसों का बंद होना इस बात का संकेत है कि दोनों देश किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। इस तनावपूर्ण माहौल में, वैश्विक समुदाय की नजर दक्षिण एशिया पर टिकी है, जहां दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच टकराव के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।