गृह मंत्री से राजन्ना ने की शिकायत
मंत्री राजन्ना ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को दिए तीन पेज के पत्र में सारी जानकारी दे दी है और शिकायत दर्ज करने में देरी के कारणों को भी बताया है। यह जांच करनी होगी कि बंगले पर आए लोग
हनी ट्रैप साजिश से खुद सीधे जुड़े थे या उनके पीछे कोई और था।
सरकारी आवास पर नहीं थे सीसीटीवी कैमरे
उन्होंने आगे कहा कि अगर उस व्यक्ति को उनके सामने पेश किया जाता है, तो वह उसे पहचान पाएंगे। राजन्ना से पूछा गया कि उन्होंने विधानसभा में इसके सबूत होने का दावा किया था, इस पर उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि सरकारी आवास पर सीसीटीवी लगे होंगे और उसमें बंगले पर आने वालों के फुटेज मिल जाएंगे लेकिन अब पता चला कि सीसीटीवी नहीं लगे हैं। यह किसी भी मंत्री के आवास पर नहीं लगे हैं।
सीएम से चर्चा कर करेंगे फैसला – गृह मंत्री
राजन्ना से मुलाकात के बाद गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने ज्ञापन दिया है। वे शिकायत स्वीकार नहीं कर सकते हैं, शिकायत पुलिस थाने में ही दर्ज हो सकती है। पत्र पर आगे की कार्रवाई के बारे में मुख्यमंत्री और कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे। इस मामले में गुरुवार को होने वाली मंत्रिमंडल में भी चर्चा हो सकती है। 48 विधायकों के हनीट्रैप में फंसने का लगाया था आरोप
बता दें कि पिछले हफ्ते मंत्री ने आरोप लगाया था कि कर्नाटक में सत्ताधारी और विपक्षी दोनों पार्टियों के 48 विधायक हनीट्रैप में फंसे हुए हैं। इसके बाद सियासी तूफान खड़ा हो गया था।