पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बिहारी शब्द को गाली बनाने में अगर कोई खलनायक की भूमिका निभाया है, तो वे लालू यादव हैं। उनका हर व्यवहार और उनके परिवार का हर कार्य, बिहारी को कहीं न कहीं लज्जित करता है। ऐसी मानसिकता के लोग बिहारी को गौरवान्वित और सम्मानित होने नहीं देना चाहते हैं। इससे मुक्ति की जरूरत है। यही सही समय है।
उप मुख्यमंत्री सिन्हा ने बिहार में इफ्तार पार्टी के नाम पर हो रही राजनीति को लेकर कहा कि राजद के लोग सनातन संस्कृति से दूर जा चुके हैं और दूसरे धर्म के ठेकेदार बन चुके हैं। जो व्यक्ति धर्म को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है, उस पर क्या बोलना। धर्म तो सबका है। धर्म पर सबका अधिकार है। लेकिन, एक व्यक्ति धर्म के नाम पर अपनी मानसिकता को झलकाता है, तो जवाब वही देगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर पवित्र रमजान के अवसर पर रोजेदारों को दावत-ए-इफ्तार पर आमंत्रित किया। इसमें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सहित बड़ी संख्या में रोजेदारों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।