गोइंदवाल जेल से चला रहे थे नेटवर्क
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई एक संगठित हथियार तस्करी नेटवर्क के खिलाफ की गई, जिसका सरगना जुगराज सिंह बताया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि जुगराज इस समय गोइंदवाल जेल में बंद है और वहीं से पूरे रैकेट का संचालन कर रहा था। वह अपने वकील के मुंशी के जरिए नेटवर्क को निर्देश देता था, जो उसके साथियों तक संदेश पहुंचाता था।
किंगपिन जुगराज सिंह के तीन साथी गिरफ्तार
पकड़े गए तीनों आरोपी जुगराज के करीबी सहयोगी हैं। पुलिस का कहना है कि बरामद हथियार अत्याधुनिक और घातक हैं, जिनका इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों और राज्य में अशांति फैलाने के लिए किया जा सकता था। इस गिरोह के तार संभावित रूप से अन्य आपराधिक गुटों और सीमा पार आतंकी संगठनों से भी जुड़े हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस तस्करी नेटवर्क की तह तक पहुंचने में जुटी
इस मामले में शस्त्र अधिनियम के तहत PS ANTF, SAS नगर में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा है कि यह कार्रवाई राज्य में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ANTF और पंजाब पुलिस ने साफ किया है कि वे अवैध हथियारों की तस्करी को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
छह विदेशी हथियार बरामद
इससे पहले 5 जून को पंजाब के तरनतारन जिले में भी एक हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था। उस मामले में पुलिस ने लखना गांव से सूरजपाल सिंह और अर्शदीप सिंह को गिरफ्तार किया था और इनके पास से भी छह विदेशी हथियार बरामद किए गए थे। बताया गया था कि यह गिरोह पाकिस्तान से जुड़े नेटवर्क के जरिए हथियार मंगवाता था।
पंजाब पुलिस की यह हालिया कार्रवाई राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और संगठित अपराध के खिलाफ सख्त संदेश देने के रूप में देखी जा रही है।