अमित शाह ने इस अनुभव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा, “भारत के प्रति प्रेम हम सभी को जोड़ता है। आज आइजोल में मिजोरम की चमत्कारी बच्ची एस्थर लालदुहावमी हनामते को वंदे मातरम गाते हुए सुनकर बहुत भावुक हुआ। इस सात साल की बच्ची का भारत माता के प्रति प्रेम उसके गीत में झलक रहा था, जिसने उसे सुनना एक सम्मोहक अनुभव बना दिया।”
कौन है एस्थर लालदुहावमी हनामते?
एस्थर लालदुहावमी हनामते मिजोरम की एक युवा गायन प्रतिभा हैं, जिन्होंने पहली बार 2020 में देशव्यापी ध्यान तब खींचा जब उनका “मां तुझे सलाम” गाना का वीडियो वायरल हो गया। उनकी प्रभावशाली आवाज और देशभक्ति की भावना ने उन्हें व्यापक प्रशंसा दिलाई। मिजोरम सरकार ने उनकी प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया, जिसमें राज्यपाल की ओर से विशेष प्रशंसा भी शामिल है। छोटी सी उम्र में ही एस्थर ने अपने गायन से लोगों के दिलों में जगह बना ली है।
अमित शाह की मिजोरम यात्रा
अमित शाह 14 मार्च से असम की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान, 15 मार्च को वह मिजोरम पहुंचे, जहां उन्होंने असम राइफल्स की जमीन को मिजोरम सरकार को हस्तांतरित करने के समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर बोलते हुए शाह ने असम राइफल्स की सेवा भावना की सराहना की। उन्होंने X पर लिखा, “असम राइफल्स ने मिजोरम के लोगों की सुरक्षा और भाईचारे के सिद्धांत के तहत सेवा की है। आज, इस बल ने लोगों के लाभ के लिए अपनी जमीन का एक बड़ा हिस्सा राज्य सरकार को सौंपकर प्रतिबद्धता का एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया।”
मिजोरम के लिए ऐतिहासिक कदम
शाह ने समारोह में यह भी बताया कि असम राइफल्स मुख्यालय को सेंट्रल आइजोल से जोखावसांग स्थानांतरित करना भारत सरकार की मिजोरम के विकास के प्रति प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि मिजो लोगों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक है। मिजोरम की अनूठी भौगोलिक स्थिति के कारण पिछले 35 सालों से इस स्थानांतरण की मांग उठ रही थी। शाह ने कहा, “30-35 सालों से चली आ रही यह मांग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक महत्वपूर्ण निर्णय के कारण पूरी होने जा रही है।”
पूर्वोत्तर में बदलाव की बयार
शाह ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले दस सालों में मोदी सरकार ने पर्यटन, तकनीक, कृषि और उद्यमिता जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पूर्वोत्तर को बदलने का काम किया है, जिससे इस क्षेत्र में विकास और एकता को बढ़ावा मिला है। एस्थर जैसे युवा प्रतिभाशाली बच्चों की बदौलत देशभक्ति की भावना भी मजबूत हो रही है। एस्थर लालदुहावमी हनामते की यह कहानी न केवल उनकी प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि छोटी उम्र में भी कोई बड़ा बदलाव ला सकता है। अमित शाह का यह उपहार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक प्रेरणा है।