जिस नक्सली का इंतजार 100 थानों की पुलिस को था, जंगल में ऐसे मारा गया 1 करोड़ इनामी प्रयाग मांझी
झारखंड के बोकारो में सुरक्षाबलों ने ललपनिया लुगु बुरु पहाड़ की तलहटी में तड़के नक्सलियों के साथ बड़े एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 1 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा को मार गिराया।
Top Maoist commander Prayag Manjhi killed: झारखंड में सुरक्षबलों को सोमवार को एक बड़ी कामयाबी हाथ ली। अधिकारियों ने बताया कि बोकारो जिले के ललपनिया के लुगु पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ जारी मुठभेड़ में खूंखार नक्सली प्रयाग मांझी सहित आठ माओवादी मारे गए। सरकार ने प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा पर एक करोड़ रुपये का इनाम रखा था। इन आठ नक्सलियों में से एक पर 25 लाख तो दूसरे पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बता दें कि मांझी भी जयराम उर्फ चलपति की तरह ही संभवत: इतिहास में सबसे अधिक इनामी नक्सली था, जिसके सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम रखा गया था। आइये जानते है मुठभेड़ में किस प्रकार से प्रयाग मांझी का अंत किया गया।
अधिकारियों के अनुसार, मारे गए लोगों में से एक की पहचान प्रयाग मांझी के रूप में हुई, जो सीपीआई (माओवादी) का केंद्रीय समिति सदस्य था। विवेक दा, फुचना, नागो मांझी और करण दा जैसे कई नामों से जाना जाने वाला यह व्यक्ति पिछले कुछ महीनों से पारसनाथ पहाड़ियों और गिरिडीह के आस-पास के इलाकों में सक्रिय था।
60 से अधिक मामले दर्ज
पुलिस के मुताबिक, मांझी मूल रूप से धनबाद जिले के टुंडी के दलबुधा का निवासी था। विवेक दा झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 100 से अधिक घटनाओं में वांछित एक प्रमुख माओवादी था। उसके खिलाफ सिर्फ गिरिडीह, बोकारो, चाईबासा और धनबाद जिले में 60 से अधिक मामले दर्ज हैं।
नक्सवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए अभियान जारी : अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक पोस्ट शेयर कर कहा है कि नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हमारा अभियान निरंतर जारी है। उन्होंने आगे लिखा, आज सुरक्षा बलों को नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए चल रहे अभियान में एक और महत्वपूर्ण सफलता मिली। झारखंड के बोकारो में लुगु हिल्स में मुठभेड़ में 8 माओवादी मारे गए, जिनमें एक शीर्ष स्तर का नक्सली नेता विवेक, जिस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था और दो अन्य कुख्यात नक्सली शामिल हैं। अभियान जारी है। हमारे सुरक्षा बलों की सराहना करें।
Our march to eliminate Naxalism continues unabated.
Today security forces achieved another significant success in the ongoing operation to uproot Naxalism. In an encounter at Lugu Hills in Bokaro, Jharkhand, 8 Maoists were neutralised, including a top-level naxal leader, Vivek,…
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) April 21, 2025
प्रयाग मांझी के साथ थे कई बड़े इनामी नक्सली
भाकपा माओवादी संगठन की सेंट्रल कमिटी के सदस्य प्रयाग मांझी को एक साल पहले 2023 में पारसनाथ और झुमरा पहाड़ियों की कमान दी गई थी। प्रयाग मांझी के साथ में कई अन्य बड़े-बड़े इनामी नक्सली भी साथ थे। इसमें मुख्य रूप से नक्सली परवेज मांझी उर्फ अनुज दा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, हार्डकोर नक्सली नारायण कोड़ा समेत कई नक्सली शामिल थे पुलिस के अनुसार, इन नक्सलियों के पास एके 47 और इंसास समेत कई हथियारों का जखीरा था।
बता दें कि प्रयाग मांझी की पत्नी जया मांझी की 21 सितंबर, 2024 को रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जया गॉल ब्लैडर कैंसर से पीड़ित थी। सरकार ने मांझी की पत्नी पर 25 लाख रुपये का इनाम भी रखा था। जया मांझी भाकपा माओवादी संगठन की महिला विंग की अहम सदस्य थी। वह नाम बदलकर धनबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रही थी। पुलिस ने उसे 16 जुलाई, 2024 को अस्पताल से गिरफ्तार किया था।
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