दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर अपनी विजय दर्ज की है, जिससे अरविंद केजरीवाल की आप पार्टी के 10 साल के शासन का समापन हुआ। बीजेपी अब दिल्ली में सत्ता संभालने जा रही है। शपथ ग्रहण समारोह की जगह के तौर पर जेएलएन स्टेडियम और रामलीला मैदान को देखा जा रहा है। विधायक दल की बैठक 16 या 17 फरवरी को आयोजित होने की संभावना है, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है।
CM की रेस में ये प्रमुख दावेदार
पर्वेश वर्मा Pravesh Verma
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे पर्वेश वर्मा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को हराकर बड़ा उलटफेर किया। उनकी दो बार के पश्चिम दिल्ली सांसद के रूप में अनुभव और आरएसएस समर्थित पृष्ठभूमि उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है। केजरीवाल पर उनकी जीत ने उन्हें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बना दिया है, और वह मुख्यमंत्री पद के प्रमुख उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं।
आशीष सूद Ashish Sood
वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व दक्षिण दिल्ली नगर निगम के प्रभारी आशीष सूद भी मजबूत दावेदार हैं। उन्होंने जनकपुरी विधानसभा सीट से 68,986 वोटों के साथ जीत दर्ज की। नगर निगम प्रशासन में उनका अनुभव और पार्टी के विभिन्न प्रभारों में भूमिका उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त बनाती है।
विजेन्द्र गुप्ता Vijendra Gupta
पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और रोहिणी से लगातार तीसरी बार विजयी विजेन्द्र गुप्ता ने भी अपनी सीट 37,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीती। विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में उनके अनुभव और दिल्ली की राजनीतिक पृष्ठभूमि की गहरी समझ उन्हें एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित करती है।
सतीश उपाध्याय Satish Upadhyay
पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने मालवीय नगर से जीत हासिल की है। आरएसएस के करीबी सहयोगी के रूप में उनका राजनीतिक कैरियर मजबूत है, और उनकी संगठनात्मक क्षमता और शासकीय अनुभव उन्हें मुख्यमंत्री के पद के लिए एक और सशक्त विकल्प बनाते हैं।