मुख्यमंत्री रेखा ने जारी किए सख्त निर्देश
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, ऐतिहासिक नायकों की प्रतिमाएं हमारे गौरवशाली इतिहास, संघर्ष और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, इनका सम्मानजनक रखरखाव करना हमारा कर्तव्य है। यह प्रतीक केवल अतीत की यादें नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी हैं। हम इनका संरक्षण सुनिश्चित करेंगे ताकि हमारी विरासत और गौरव की प्रतीकात्मकता बनी रहे।बड़े राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किए, लेकिन रखरखाव पर नहीं दिया ध्यान
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि पिछली सरकारों ने दिल्ली में बड़े-बड़े राष्ट्रीय ध्वज तो स्थापित किए, लेकिन उनके रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ध्वजों की गरिमा बनी रहे और वे उचित स्थिति में रहें।महाराणा प्रताप की प्रतिमा तोड़े जाने का मामला
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की यह कार्रवाई राजधानी में हाल ही में हुई एक घटना के बाद आई है, जिसमें कश्मीरी गेट अंतर्राज्यीय बस अड्डे (आईएसबीटी) पर स्थापित महाराणा प्रताप की प्रतिमा के कथित रूप से क्षतिग्रस्त किए जाने की खबर सामने आई थी। इस घटना के विरोध में 20 मार्च को कुछ अज्ञात लोगों ने लुटियंस दिल्ली स्थित अकबर रोड के साइनबोर्ड पर कालिख पोत दी और वहां महाराणा प्रताप की तस्वीर लगा दी। यह साइनबोर्ड नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आता है। घटना के तुरंत बाद नगर निगम के अधिकारियों ने बोर्ड को साफ कर दिया। एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं, और आवश्यकतानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि प्रतिमा को क्षति पहुंचाने वालों की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की गहन जांच की जा रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, जैसे ही हमें सूचना मिली, हमने संबंधित टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा। फिलहाल इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा न हो।पुलिस ने आम लोगों से की ये अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं कि राष्ट्रीय ध्वज और ऐतिहासिक मूर्तियों का सम्मान बना रहे। यह भी पढ़ें