‘सरकार को आदर दिखाना चाहिए था’
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे लिखा आज तक सभी
पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए। डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं। सरकार को देश के इस महान पुत्र और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था।
‘BJP की घटिया राजनीति है’
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इस पर कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। ये बीजेपी और उनकी सरकार की घटिया राजनीति है। सामान्यत: जहां स्मारक बनना होता है वहीं अंतिम संस्कार किया जाता है। सरकार को करीब 36 घंटे मिले उन्होंने क्यों नहीं एक निर्णय लिया। जमीन रखी हुई है। ये बीजेपी की राजनीति बहुत दुखद है और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।
संजय सिंह ने कही ये बात
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा सबसे ज्यादा अफसोस की बात है कि ऐसे मुद्दे पर भी हमें बात करनी पड़ रही है। यह दिखाता है कि सरकार की सोच कितनी ओछी और छोटी है। इससे पहले सारे पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार राजघाट परिसर में हुआ। यह बीजेपी की सोच है। ये अपने आप को संस्कारी पार्टी और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहते हैं लेकिन यह सबसे छोटी मानसिकता वाली पार्टी है। वहीं आप नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने कहा कि मैं मैं आज अखबार पढ़ के हैरान हो गया कि देश के 10 साल रहे प्रधानमंत्री जिनको पूरी दुनिया विद्वान मानती है, जिनके अर्थशास्त्र को पूरी दुनिया का विश्वविद्यालय में पढ़ी और पढ़ाई जाती है। ऐसे आदमी का दाह संस्कार आज दिल्ली के निगम बोध घाट में किया जा रहा है। क्या कभी आपने कभी सुना है कि पूर्व प्रधानमंत्री का दाह संस्कार निगम बोध घाट में किया जा रहा है? ये बहुत शर्म की बात है।
गुरुवार को हुआ था निधन
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हुआ था। उन्हें रात करीब 8.00 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। वे घर पर ही बेहोश गए थे। अस्पताल के बुलेटिन के अनुसार उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां रात करीब 9.51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। डॉ. सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।